बसों की लेट-लतीफी से छूटा बहनों का पसीना
-भाई कर रहे थे इंतजार, बहनें भी पहुंचने का करती रही प्रयास
-बसों की लेट लतीफी पैसेंजर्स के लिए बनी आफत GORAKHPUR: प्रदेश सरकार ने रक्षाबंधन को खास बनाने के लिए महिलाओं को खास तोहफा दिया, लेकिन विभाग की कारगुजारी ने उन्हें इस खास तोहफे का फायदा नहीं उठाने दिया। रविवार को सीएम के सामने बस रवाना करने के बाद रोडवेज पर हजारों की भीड़ लगी रही, लेकिन इसके हिसाब से गाडि़यां न होने से महिलाओं को भाइयों के पास पहुंचने के लिए घंटों इंतजार करना पड़ा। आलम यह था कि किसी गाड़ी के जाने की घोषणा के साथ ही लोगों का हुजूम उस ओर दौड़ पड़ता। इसके बावजूद भी सभी को सीट नहीं मिल सकी और बहनों को खड़े होकर ही सफर करना पड़ा। 3 से 4 घंटों तक करना पड़ा इंतजाररोडवेज कैंपस में खाली गाडि़यां खड़ी थीं, लेकिन शेड्यूल न होने और कर्मचारियों की कमी होने की वजह से पब्लिक को काफी इंतजार करना पड़ा। देरी का एक कारण यह भी था कि गाडि़यों की कर्मचारियों की कमी होने से इलेक्ट्रॉनिक टिकटिंग मशीन (ईटीएम) तैयार न हो सकी, जिसकी वजह से बसों को रवाना होने में काफी समय लगा। गाड़ी का इंतजार कर रहे ओंकारनाथ भट्ट ने बताया कि दो घंटे तक इंतजार करने के बाद भी कोई गाड़ी नहीं आई।
जाम से भी हुई बसों के आने में देरी रक्षाबंधन त्योहार की वजह से सड़कों पर भी अव्यवस्था का आलम रहा। लोगों को भीड़ बढ़ जाने से शहर के ज्यादातर इलाकों में जाम लगा रहा। इस वजह से भी बसों को पहुंचने में काफी समय लगा। रोडवेज अधिकारियों ने बताया कि देवरिया तक का सफर पूरा करने में एक बस को 3 से 5 घंटे लग जा रहे हैं। जिससे दूसरे चक्कर को पूरा करने के लिए जो समय तय किया गया, उसमें देरी हो रही है। कोट- 11 बजे रोडवेज पर आ गई थी। लेकिन अभी तक बस नहीं आ पाई है। दो घंटों से अधिक समय हो चुका है और आजमगढ़ के लिए केवल एक बस गई है। मीना, हाउसवाइफ भाई को राखी बांधने के लिए देवरिया जाना था। सुबह 10 बजे से गाड़ी का इंतजार कर रही हूं, जो गाड़ी आती है उसमें लोग ठूंस जाते हैं। यहां से गाडि़यां भी बेहद कम जा रही हैं। अर्चना, हाउसवाइफ वर्जन- रक्षाबंधन की तैयारी तो की गई थी, ज्यादा भीड़ होने के कारण अव्यवस्था हो गई। हालांकि इसके पीछे जाम होने का कारण भी जिम्मेदार था।एके त्रिपाठी, एआरएम रोडवेज