एसटीएफ ने किया खुलासा, यूपी के हर जनपद में काम कर रहे कई-कई गैंग

सॉल्वर गैंग में इस बार महिलाएं भी शामिल, दिल्ली-बिहार से जुड़ रहे तार

वेस्ट यूपी में गैंग के कारिंदों की धरपकड़ के लिए एसटीएफ दे रही दबिश

Meerut। यूपी के सैकड़ों सॉल्वर गैंग काम कर रहे हैं। हर जनपद में कई-कई गैंग सक्रिय हैं। स्पेशल टॉस्क फोर्स (एसटीएफ) के इस खुलासे के बाद सरकार की नींद उड़ गई है। यूपीटेट 2018 की परीक्षा को पारदर्शी बनाने की सरकार की कवायद को सॉल्वर गैंग पलीता लगा रहे हैं। मेरठ यूनिट के मुताबिक सॉल्वर दिल्ली और बिहार से हायर किए जा रहे हैं, जिन्हें मोटी रकम देकर परीक्षा में बैठने के लिए राजी किया जाता है। इस बार सॉल्वर गैंग में महिलाएं की संख्या आमतौर पर अधिक थी।

वेस्ट यूपी में सक्रिय हैं गैंग

रविवार को यूपी टेट परीक्षा के दौरान बिजनौर में बड़ी संख्या में सॉल्वर पकड़े गए। एसटीएफ के मुताबिक वे लंबे से सॉल्वर गैंग का पीछा कर रहे थे, परीक्षा में शामिल सॉल्वर ने मामूली पूछताछ के बाद ही कबूल कर लिया कि वे असली अभ्यर्थी नहीं है बल्कि पेपर सॉल्व करने के लिए हॉयर किए गए हैं। पकड़े गए आरोपियों में मेरठ का लीड कर रहे मुरादाबाद निवासी राकेश सिंह ने पूछताछ में एसटीएफ को बताया कि सॉल्वर दिल्ली में संचालित कोचिंग सेंटर्स से वे हायर करते हैं। बिहार के कई सॉल्वर इस बार यूपी टीईटी परीक्षा के लिए हायर किए गए थे।

बनाते हैं फर्जी आईडी

एसटीएफ के एक अधिकारी ने मॉडस अपरेंडी के बारे में बताया कि यूपी में फिलहाल यूपी टेट को लेकर सर्वाधिक सॉल्वर गिरोह सक्रिय हैं। सॉल्वर गैंग असली अभ्यर्थी से मिलती-जुलती शक्ल के सॉल्वर को परीक्षा में बैठाते हैं। फोटो मिक्सिंग कराकर ऐसा फोटो तैयार करते तो असली अभ्यर्थी और सॉल्वर की शक्ल को मैच कर जाए। इसी फोटो के आधार पर सॉल्वर का फर्जी पैन कार्ड असली अभ्यर्थी के नाम पर बनाकर परीक्षा में एप्लाई किया जाता है। राकेश ने पूछताछ के दौरान मेरठ के कुछ ऐसे स्थानों का खुलासा भी किया है जहां पर फर्जी आईडी बनाने का काम होता है।

गैंग में महिलाएं भी

इस बार यूपीटेट की परीक्षा में महिला सॉल्वर भी एसटीएफ ने पकड़ी हैं। जानकारी के मुताबिक यूपी टेट और शिक्षक भर्ती परीक्षा में महिलाओं की संख्या सर्वाधिक रहती है, ऐसे में सॉल्वर गैंग को महिलाओं के केस भी आसानी से पकड़ में आ जाते हैं। विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवा सॉल्वर गैंग के लिए सॉफ्ट टारगेट होते हैं। लालच देकर गैंग सॉल्वर को परीक्षा में बैठाने के लिए राजी कर रहे हैं। एसटीएफ के इनवेस्टीगेशन में निकलकर आया कि शहरों में संचालित कोचिंग संस्थान भी सॉल्वर गैंग के लिए काम करते हैं।

आमतौर पर संदिग्ध दिखने वाले आवेदन सॉल्वर होते हैं। एसटीएफ परीक्षा से पूर्व ऐसे गैंग को रडार पर लेकर लगातार मॉनीटरिंग करती है और परीक्षा के दौरान सॉल्वर को रंगे हाथों पकड़ती है। मेरठ समेत वेस्ट यूपी में संदिग्ध टारगेट पर हैं। एसटीएफ धरपकड़ के लिए दबिश दे रही है।

-ब्रजेश सिंह, सीओ, एसटीएफ, मेरठ यूनिट

Posted By: Inextlive