कमरे में बंद कर की हत्या, बाद में खुद के भी पेट में मारा चाकू, देवरानी थी गर्भवती

मृतका के पिता ने पति समेत पांच पर कराया दहेज हत्या का मुकदमा

आगरा. थाना रकाबगंज में मामूली बात पर जेठानी ने देवरानी को मौत के घाट उतार दिया. जेठानी ने इसके बाद खुद को भी चाकू मार लिया. लोगों ने किसी तरह दरवाजा तोड़कर दोनों को बाहर निकाला. घटना की जानकारी पर मौके पर पहुंची पुलिस ने जेठानी को गंभीर हालत में अस्पताल में एडमिट कराया है. जेठानी को आईसीयू में एडमिट किया गया है.

दोनों अकेली थी घर में

थाना रकाबगंज स्थित मोहनपुरा निवासी किशनपाल खंदारी स्थित मार्केट में चौकीदारी करते हैं. उनकी पत्नी उमा कोठियों में काम करती हैं. छोटा बेटा प्रशांत जालमा में कर्मचारी और बड़ा निशांत आरओ का काम करता है. सभी परिजन काम पर गए गए थे. निशांत के बेटे-बेटी स्कूल में थे. गुरुवार सुबह निशांत की पत्नी 30 वर्षीय शालिनी और प्रशांत की पत्नी 24 वर्षीय पत्‍‌नी दुर्गेश घर पर अकेली थीं.

चीख सुन कर जमा हुए लोग

गुरुवार सुबह करीब 11 बजे पड़ोस में रहने वाली तयेरी सास मनोरमा पत्‍‌नी लाल सिंह ने दुर्गेश की चीख सुनी. इस पर उसने घर की तरफ दौड़ लगा दी. कमरे के अंदर से आती दुर्गेश की चीखों को सुनकर दरवाजा खोलने का प्रयास किया. अंदर से बंद होने के चलते खिड़की का पल्ला हटाकर अंदर का दृश्य देखा तो उसके पैरों तले जमीन खिसक गई.

दरवाजा तोड़ कर निकाला बाहर

तयेरी सास ने देखा कि शालिनी उसे बेड पर पटककर चाकू से ताबड़तोड़ प्रहार कर रही थी. मनोरमा के शोर मचाने पर पड़ोस में रहने वाले संजय और राजीव ने दरवाजा तोड़ा. वह दुर्गेश को बचाने की कोशिश करते तब तक वह दम तोड़ चुकी थी. जब शालिनी ने लोगों को दरवाजा तोड़ते देखा तो खुद के भी पेट में चाकू मारने के बाद हाथ की नस भी काट ली. परिजनों ने उसे गंभीर हालत में नामनेर स्थित हॉस्पिटल में ले गए.

बात न करने पर बिगड़ी बात

सूचना पर सीओ सदर विवेक जायसवाल और थाने का फोर्स मौके पर पहुंच गया. ससुराल वालों ने पुलिस को बताया कि दोनों में कोई बड़ा झगड़ा नहीं था. दुर्गेश ने कुछ दिनों से शालिनी से बात करना बंद कर दिया था. देवरानी का बात न करना जेठानी को अखर रहा था. लेकिन मृतका दुर्गेश के परिजनों ने दहेज के लिए उत्पीड़न करने का आरोप लगया है.

मृतका के पिता ने पति, सास-ससुर, जेठ-जेठानी के खिलाफ दहेज हत्या का मुकदमा दर्ज कराया है. मामले की जांच की जा रही है.

विवेक जायसवाल, सीओ सदर

Posted By: Vintee Sharma