Patna: यहां से उन्हें अच्छे-अच्छे ख्वाब दिखाकर ले जाया जाता है. वहां ले जाकर ऐसी हालत कर दी जाती है कि सोचने से पहले लोग सौ बार सोचें. पटना से गरीब फैमिली की लेडीज को सब्जबाग दिखाकर गल्फ कंट्रीज ले जाया जाता है और वहां उनके साथ मेंटली व फिजिकली टॉर्चर किया जाता है.


सुनकर रोंगटे खड़े हो जाएंगेकिश्वर दो बार शेख के यहां से भागी, पर लैंग्वेज प्रॉब्लम के कारण वापस शेख के यहां पहुंचा दी गई। इसके बाद उसके साथ जो जुल्मो-सितम ढाया गया, उसे सुनकर रोंगटे खड़े हो जाएंगे। उसने बताया कि उसे लगातार नशे की गोलियां खिलाकर बीमार कर दिया गया। अभी वह एमबैसी में है और अपने घर लौटने के लिए परेशान है। आर्थिक तंगी ने किया मजबूर
किश्वर के फादर मो। शमीम ने बताया कि दोनों की इकोनॉमिक कंडीशन ठीक नहीं होने के कारण ही उसे भेजा गया था। उसने वीजा के लिए दस हजार कैश भी दिया था। उससे कहा गया था कि वहां खाना बनाना होगा और उसके बदले में 20 हजार पर मंथ मिलेगा। पति व बच्चों से डेली इंटरनेट पर लाइव बातें होगी। किश्वर व उसका पति अली रिजवान इसी झांसे में आ गया था। खाजेकलां थाना एरिया के कश्मीरी कोठी के टॉवर के पास रहने वाली किश्वर के पिता मो। शमीम ने बताया कि उसकी शादी 20 जून, 98 को हुई थी। काम देने के साथ ही जुल्म शुरू


किश्वर की छोटी बहन इसरत ने बताया कि उसने 23 मार्च की मिड नाइट को कॉल कर कहा कि मैं यहां बुरी तरह से फंस गई हूं। कुछ भी करके मुझे वापस घर बुला लो। वह काफी घबड़ाई हुई थी। शेख के यहां काम कराने के साथ ही उसे मारा-पीटा जाता था। उसे संभवत: बेच दिया गया है। दो महीने तो रुपया भेजा गया, पर फिर बंद हो गया। उसने बताया था कि पटना व आसपास की कई महिलाएं यहां जानवर से भी बदतर जिंदगी जी रही हैं, चाहकर भी अपने वतन नहीं लौट पा रही हैं। उनकी कोई खोज-खबर लेने वाला भी नहीं है।लौटाने की कीमत दो लाख रुपए

किश्वर के पिता और बहन ने जब मोबिन व हैदर से बात की तो उनलोगों का कहना है कि उसे लाने में जो खर्च हुआ है, उसके ऐवज में दो लाख दो, तभी उसे इंडिया लौटने देंगे। ससुर व साली जब अली रिजवान से किश्वर को लौटाने की बात कहते हैं, तो वह हर बार कुछ दिनों बाद लौटा देने का भरोसा देता है। अली रिजवान ने अब नून की चौराहा की तीन महिलाओं को सऊदी भेजने के लिए वीजा बनवाया है। हालांकि उन तीनों ने यह कह कर जाने से इंकार कर दिया कि पहले अपनी वाइफ को वापस बुलाओ। दरअसल, अली रिजवान को महिलाओं को बहला-फुसला कर सऊदी भेजने में होने वाले फायदा का चस्का लग गया है। उस पर तो आरोप लग रहा है कि वह वाइफ को वापस नहीं बुलवाकर दूसरी शादी करना चाहता है।पुलिस प्रशासन का को-ऑपरेशन नहींविक्टिम के पिता व छोटी बहन जब महिला थाना गए, तो वहां कहा गया कि यह होम डिपार्टमेंट का मामला है, वह कुछ नहीं कर पाएंगे। एसएसपी ने भी असमर्थता जतायी, हालांकि अप्लीकेशन कार्रवाई के लिए रख लिया। डीएसपी व खाजेकलां थाना में भी अप्लीकेशन दिया गया, पर कोई को-ऑपरेशन नहीं मिला. जाने से पहले लिखवाया गया एग्रीमेंटसऊदी ले जाने से पहले किश्वर से एक एग्रीमेंट लिखवाया गया था। उसमें लिखवाया था कि मैं सऊदी अरब जा रही हूं। सारा काम व ऑफिस का खर्च मो। मोबिन भाई दे रहे हैं। मेरा दो साल का एग्रीमेंट है। उसकी सैलरी 800 रेयाल है। खाना, पीना, कपड़ा व आने-जाने का खर्चा कंपनी देगी। मेडिकल का खर्चा भी कंपनी ही देगी। मोबिन का बहनोई मो। हैदर वहीं रहता है, वहां वही देखभाल करेगा। वीजा उन्होंने ही भेजा है। वीजा व अन्य खर्च के लिए दस हजार दिए और उसने घर खर्चा के लिए तीन हजार दिया।

Posted By: Inextlive