भारतीय महिला रिकर्व टीम ने पोलैंड के रोकला में विश्व कप तीरंदाजी चौथे चरण में ताकतवर दक्षिण कोरिया को हराकर उलटफेर करते हुए स्वर्ण पदक अपने नाम किया. यह मेडेलिन प्रतियोगिता के बाद उनका लगातार दूसरा स्वर्ण पदक है.


विश्व चैंपियन कोरिया फाइनल में हारादीपिका कुमारी, बोंबायला देवी और रिमिल बुरेली की तिकड़ी ने विश्व चैंपियन कोरिया को रोमांचक फाइनल में 219-215 से हराया. कोरियाई टीम में युन ही, की बेई और जू जंग शामिल थीं. कोरियाई टीम शंघाई में तीसरे और अंताल्या में पहले स्थान पर रही थी, जबकि मेडेलिन चरण में उन्होंने भाग नहीं लिया था. डेनमार्क ने इस स्पर्धा का कांस्य पदक जीता. डेनमार्क की महिलाओं ने रूस को 210-194 से पराजित किया.कोरिया को हराना चौंकाने वाला


भारत के लिए कोरिया को फाइनल में हराना काफी चौंकाने वाला रहा, क्योंकि कोरियाई टीम ने एलिमिनेशन राउंड में शानदार प्रदर्शन करते हुए कम से कम 222 का स्कोर हासिल किया था. भारतीय टीम ने एलिमिनेशन राउंड में इंडोनेशिया, मैक्सिको और डेनमार्क को हराया, जबकि कोरियाई महिलाओं ने अमेरिका, इटली और रूस को मात दी. मेडेलिन चरण की विजेता भारतीय टीम कोरिया के खिलाफ छुपी रुस्तम साबित हुई. उसका इस टीम के खिलाफ जीत-हार का 2-5 का रिकॉर्ड था. तीसरे दौर के बाद दोनों टीमें बराबरी (163-163) पर थीं. जब छह तीर बाकी रह गए थे कोरिया की की बेई ने छह अंक अर्जित कर ओलंपिक चैंपियन टीम को मायूस कर दिया. वहीं भारतीय तिकड़ी ने परफेक्ट टेन का स्कोर बनाकर मुकाबला अपने नाम कर लिया.

दीपिका ने जीता दो गोल्ड, दो सिल्वर और एक ब्रांजदीपिका ने विश्व कप के चार चरणों में दो स्वर्ण, दो रजत और एक कांस्य पदक जीता है. दीपिका सिर्फ अंताल्या से खाली हाथ लौटी थीं. इस प्रदर्शन के आधार पर दीपिका ने शीर्ष सात में रहते हुए 21 और 22 सितंबर को पेरिस में होने वाले विश्व कप फाइनल्स के लिए क्वालीफाई कर लिया. उन्होंने लगातार दूसरी बार फाइनल्स के लिए क्वालीफाई किया है. पिछली बार टोक्यो में दीपिका ने रजत पदक जीता था. डोला बनर्जी अकेली भारतीय तीरंदाज हैं जिन्होंने विश्व फाइनल्स (2007) में स्वर्ण जीता था.

Posted By: Satyendra Kumar Singh