हिंदू धर्म को लेकर अनेक कथाएं और मान्‍यताएं बताई जाती हैं। इनकों लेकर कई बड़ी बड़ी किताबे लिखी जा चुकी हैं। जिसमें रीति-रिवाज सिद्धांत दर्शन आदि सभी में ज्ञान और विज्ञान के रहस्यों का बड़ा गहरा वर्णन किया है। वैसे में वैदिक वैष्णव शैव शाक्त नाथ संत स्मार्तो के भी अपने इतिहास हैं। इनके मठ मंदिर सिद्धपीठ ज्योतिर्लिंग और गुफाएं सब कुछ न कुछ एक चमत्‍कारिक कहानी संजोए हैं। ऐसे में आइए जानें हिंदू धर्म से जुड़े कुछ खास चर्चित चत्‍मकार...


मूर्तियों का दूध पीना: कहा जाता है कि 1 सितंबर 1995 में और 2006 दुनियाभर में मूर्तियों ने दूध पिया था। भारत सहित नेपाल, अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया आदि में इस चमत्कार के दौरान मूर्तियों ने कई किलो दूध पिया। हालांकि इसके पीछे वैज्ञानिकों ने अपने तर्क दिए थे कि गर्मी के कारण मूर्तियों की नमी समाप्त हो गई हो और इस वजह से ऐसे संभव हुआ हो। हालांकि इसकी काफी जांच की गई आखिर इतना सारा दूध कहां गया लेकिन यह आज तक रहस्य बना है।कालभैरव में मदिरा पिलाना:
मध्यप्रदेश के उज्जैन में कालभैरव के मंदिर में उन्हें मदिरा पिलाया जाता है। कहा जाता है कि यहां भगवान कालभैरव मदिरापान करते हैं। इसकी वैज्ञानिक जांच भी हुई कि आखिर ये मदिरा कहां जाती है, लेकिन कुछ नहीं पता चल सका। कालभैरव का यह मंदिर लगभग 6,000 साल पुराना है। मदिरा पिलाने की प्रथा काफी पुरानी हो चुकी है।मैहर माता का मंदिर :


जबलपुर जिले में मैहर की माता शारदा का प्रसिद्ध मंदिर है। यहां पर जब मंदिर बंद हो जाता है कि तब मंदिर के अंदर से घंटी और पूजा करने की आवाज आती है। कहा जाता है कि मां के भक्त आल्हा अभी भी पूजा करने आते हैं, लेकिन उन्हें आज तक किसी ने नहीं देखा। कई बार उन्हें देखने की कोशिश की गई लेकिन असफलता हाथ लगी।रामेश्वरम का मंदिर : रामेश्वरम में भगवान श्रीराम ने शिवलिंग की स्थापना की थी। कहा जाता है कि आज भी रामेश्वरम में समुद्र अपने पूरे अदब और संयम के साथ ही रहता है। यहां समुद्र कभी उफान पर नहीं आता है। यहां पर श्रीरामेश्वरमजी का मंदिर 1,000 फुट लंबा है। इसके अलावा यह  650 फुट चौड़ा तथा 125 फुट ऊंचा है। इस मंदिर में प्रधान रूप से एक हाथ से भी कुछ अधिक ऊंची शिवजी की लिंग मूर्ति स्थापित है।

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Posted By: Shweta Mishra