- व‌र्ल्ड हेरिटज डे आज

- 500 साल पुराने मंदिर की सीएम योगी आदित्यनाथ ने ली सुधि

- अब लोगों के लिए शहर में मौजूद होगा एक और हेरिटेज ऑप्शन

GORAKHPUR: किसी जगह के ऐतिहासिक महत्व को बताने के लिए वहां की धरोहरों को सहेजने की जरूरत होती है. गोरखपुर का इतिहास कई सौ साल पुराना है, जिसके सबूत भी यहां मिल जाएंगे. शहर के इतिहास के पन्ने अगर पलटे जाएं, तो हमें ऐसी चीजें मिलेंगी, जो हिस्टोरिकल इंपॉर्टेस रखती है. मगर आज की यंग जनरेशन इससे अंजान है. इनमें से एक है मानसरोवर, जो हिस्टोरिकल इंपॉर्टेस रखने के बाद अब तक न सिर्फ लोगों की नजर से दूर था, बल्कि सरकारों की नजरे इनायत न हो पाने से इसकी चमक भी बिल्कुल गायब थी. अब सूबे की कमान सीएम योगी आदित्यनाथ के हाथों में आने के बाद इसकी चमक बढ़ने लगी है और शहर का मान बढ़ाने की ओर यह चल पड़ा है.

500 साल पुराना है इतिहास

इनटेक गोरखपुर चैप्टर के अध्यक्ष एमपी कंडोई की मानें तो मानसरोवर मंदिर का इतिहास पांच सौ साल से भी ज्यादा पुराना है. तत्कालीन राजा मान सिंह ने इस मंदिर की नींव रखी थी, जिसके बाद से ही इसमें पूजा-अर्चना होती आई है. यहां एक बड़े वट वृक्ष के नीचे एक शिवलिंग मौजूद है, जिसकी आराधना के लिए शिवरात्रि में श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ता है. ऐसी मान्यता है कि लोग यहां से अपनी मन मांगी मुराद पाते हैं. खुद सीएम योगी आदित्यनाथ भी यहां पूजा करने के लिए जाते हैं.

दो भूमिगत सुरंगे भी मौजूद

एमपी कंडोई की मानें तो यहां पर राजा मान सिंह ने मंदिर के साथ एक तालाब का निर्माण भी करवाया था, जो कैंपस में मौजूद है. यही नहीं राजा ने दुश्मनों से बचने के लिए यहां से दो गुप्त सुरंगे भी बनवाई थीं, जिसमें से एक कवलदाह तो दूसरी शीशमहल परिसर में निकलती है. राजा एक जगह से दूसरी जगह जाने के लिए इन सुरंगों का इस्तेमाल भी करते थे, जिससे कि रास्ते में उन्हें किसी हमले का शिकार न होना पड़ जाए.

अब बदलने लगी है सूरत

रामलीला मैदान के पीछे स्थापित इस मंदिर की अब सूरत बदलने लगी है. सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने इसके जीर्णोद्धार की कमान अब खुद अपने हाथों में ले ली है, जिसकी वजह से इसकी सूरत बदलने का काम काफी तेजी से होने लगा है. मंदिर में कई पिलर लगाए जा चुके हैं और आसपास के एरिया को भी डेवलप किए जाने की प्लानिंग है. इस पहल से न सिर्फ लोग ऐतिहासिक इंपॉर्टेस रखने वाले मंदिर से रूबरू हो सकेंगे, बल्कि उन्हें शहर में एक बेहतर हेरिटेज प्लेस भी मिल जाएगा.

वर्जन

मानसरोवर मंदिर का इतिहास 500 साल से भी ज्यादा पुराना है. इसे राजा मान सिंह ने बनवाया था. अब इसका जीर्णोद्धार खुद सीएम योगी आदित्यनाथ करवा रहे हैं. जल्द ही इसकी सूरत बदल जाएगी.

- एमपी कंडोई, अध्यक्ष, गोरखपुर चैप्टर

Posted By: Syed Saim Rauf