खुल्दाबाद मंडी आने-जाने का रास्ता बंद, हिम्मतगंज, राजरूपपुर से आने-जाने में हो रही दिक्कत

ALLAHABAD: सड़क चौड़ीकरण के जद में आ रहे मकानों व दुकानों को एडीए का 'महाबली' जड़ से हिला न दे, इसलिए दिल पर पत्थर रख कर अपने ही हाथों आशियाने को तोड़ा। अब सड़क पर पड़े मलवे को भी खुद ही हटाना पड़ेगा क्या? क्यों इसे हटाने को लेकर नगर निगम और एडीए में रार चल रही है। इससे खुल्दाबाद पुलिस चौकी से लेकर हिम्मतगंज, राजरूपपुर और झलवा तिराहे तक का रास्ता बाधित है। भीषण जाम लगता है और खुल्दाबाद सब्जी मंडी में काम पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है।

सड़क चौड़ीकरण के दायरे में मकान

करीब तीन दशक से लेकर अब तक जिस आशियाने को एक-एक ईट जोड़ कर लोगों ने बनाया। रहने के साथ दो रोटी के जुगाड़ के लिए दुकान खोली। सड़क चौड़ीकरण अभियान शुरू होने के दौरान वह लाल निशान के दायरे में आ गयी। एडीए के कार्रवाई करने पर भुगतान का बोझ अलग पड़ने और नींव हिल जाने के डर से खुल्दाबाद से लेकर राजरूपपुर व झलवा तिराहे तक लोगों ने अपने मकान व दुकान के हिस्से को अपने हाथों से तोड़ डाला। मकानों के तोड़फोड़ से निकला मलवा रोड पर ही पड़ा हुआ है।

सदन में उठा मामला, कौन हटाएगा

गुरुवार को नगर निगम सदन की बैठक में हिम्मतगंज के पार्षद विनोद सोनकर ने सड़क पर पड़े मलवे को हटाने का मुद्दा उठाया था। जिस पर मेयर ने साफ-साफ कहा था कि इलाहाबाद विकास प्राधिकरण सड़क चौड़ीकरण करा रहा है, इसलिए तोड़फोड़ के बाद पड़े मलवे को हटाने की भी जिम्मेदारी एडीए की ही है। नगर निगम मलवा नहीं हटवाएगा।

मलबा न हटने से पूरा इलाका परेशान है। भीषण जाम लग रहा है। एडीए के अधिकारी मलवा नहीं हटवा रहे हैं। नगर निगम भी मलवा हटवाने से साफ इनकार कर रहा है।

विनोद सोनकर

पार्षद, हिम्मतगंज

घर व दुकान बचाने के लिए खुल्दाबाद, हिम्मतगंज व राजरूपपुर के लोगों ने खुद ही लाल निशान तक के हिस्से को ढहा दिया। सवाल यह है कि जब अतिक्रमण हो रहा था, उस समय एडीए के अधिकारी कहां थे। उस समय कार्रवाई क्यों नहीं की गई।

प्रफुल्ल मित्तल

व्यापारी

घंटाघर-चौक व बहादुरगंज जाने के लिए हिम्मतगंज और खुल्दाबाद का ही रास्ता था। रोड पर मलवा पड़ा होने के कारण यह रास्ता करीब-करीब बंद ही है। आधे रोड पर मलवा पड़ा होने से भीषण जाम लगा रहा है।

महेंद्र गोयल

व्यापारी, लूकरगंज

शहर के वाशिंदों ने जागरुक नागरिक होने का परिचय दिया। लेकिन जिम्मेदार अपनी जिम्मेदारी का परिचय नहीं दे रहे हैं। रोड पर पड़ा मलवा हटा दिया जाए तो राहगीरों के साथ ही वाशिंदों को भी थोड़ी राहत मिल जाए।

पुनीत सेठ

तोड़फोड़ के बाद जितनी मात्रा में मलवा पड़ा हुआ है, उसे हटा पाना नगर निगम के वश की बात नहीं है। वीसी ने एक्सईएन को आदेश दे दिया है, जल्द ही मलवा हटाया जाएगा।

सुशील कुमार चौबे

जोनल अधिकारी, एडीए

सड़क चौड़ीकरण का कार्य जब एडीए करा रहा है तो फिर मलवा नगर निगम क्यों हटवाए। मलवा हटवाने की भी जिम्मेदारी एडीए की ही है। इस पर एडीए अफसरों से बात की जाएगी।

अभिलाषा गुप्ता

मेयर, नगर निगम

Posted By: Inextlive