हाल ही में यामी ने फिल्म इंडस्ट्री में सर्वाइव करने जैसे मसले पर खुलकर बात की। एक इंटरैक्शन के दौरान इस एक्ट्रेस ने कहा कि फिल्म इंडस्ट्री एक कंज्यूमिंग प्लेस है जो इंसान को खा सकती है। उन्होंने तो ये तक कह दिया कि ये जगह एक व्यक्ति को इमोशनली निचोड़ सकती है। किस तरह से यामी यहां टिकी हुई हैं इस बारे में जब उनसे पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वह अब तक यहां इसलिए सर्वाइव कर पा रही हैं क्योंकि उन्होंने खुद को बचाकर रखा है।

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KANPUR: यामी ने अपनी जर्नी के बारे में बात करते हुए कहा, एक प्वॉइंट पर मैं न्यूकमर थी और आगे और भी नए लोग यहां आएंगे। लेकिन अगर मैं दाएं, बाएं, ऊपर, नीचे देखूंगी तो अपने काम पर बिलकुल भी फोकस नहीं कर पाऊंगी। ये इंडस्ट्री ऐसी है जो किसी को भी अपने अंदर आब्जर्व कर सकती है। और अगर ऐसा हो जाता है तो फिर निकलना बेहद मुश्किल है।

ऊंचाई को हैंडल करना जरूरी

यामी का कहना है, 'यहां ऊंचाई पर पहुंचने के लिए एक या उससे ज्यादा फिल्मों की जरूरत पड़ सकती है। लेकिन जब आप ऊंचाई पर होते हैं फिर ये मायने रखता है कि आप उसे कैसे हैंडल करते हैं, कैसे सर्वाइव करते हैं और आगे कैसे जाते हैं। इसके लिए कोई फॉर्मूला नहीं है।'


यामी फिल्म उरी में भी दिखेंगी

यामी गौतम ने इस इंटरैक्शन के दौरान आगे कहा कि जब वह काम नहीं कर रही होती हैं तो बहुत ही सिंपल इंसान हैं। वह कहती हैं 'मैं दिखावों पर भरोसा नहीं करती और सिर्फ सोशलाइज करने या लाइमलाइट में रहने के लिए लोगों से नहीं मिलती।' उनका कहना है कि कुछ चीजें उनके लिए बिलकुल मैटर नहीं करती हैं और वह कोई हाई-मेंटेनेंस वाली पर्सन नहीं हैं। यामी ने ये भी बताया कि जब वह काम नहीं कर रही होती हैं तो अपने घर पर रहना पसंद करती हैं। वह चंडीगढ़ जाकर अपने फ्रेंड्स और फैमिली के साथ क्वॉलिटी टाइम स्पेंड करना पसंद करती हैं। वह कहती हैं 'मुझे सोशल पार्टीज से ज्यादा पर्सनल गैदरिंग्स पसंद हैं। ऐसा नहीं है कि मेरे फ्रेंड्स नहीं है, लेकिन वो बेहद पर्सनल हैं।' हालांकि, फिल्मों में यामी न्यू एज वुमन के डिफरेंट तरह के कैरेक्टर्स प्ले करना चाहती हैं और ऐसा कर भी रही हैं। जल्द ही यामी फिल्म उरी में भी दिखेंगी।

दोनों जगहों से रिस्पेक्ट जरूरी
यामी कहती हैं, ' पैसे कमाना तो जिंदगी के लिए जरूरी है ही, लेकिन इससे भी ज्यादा जरूरी है कि एक एक्टर को फिल्म इंडस्ट्री के लोगों के साथ-साथ ऑडियंस का भी भरपूर प्यार मिले। कम से कम मेरे लिए तो इन दोनों जगहों से रिस्पेक्ट जरूरी है। मेरा मानना है कि रिस्पेक्ट कमाना सबके बस की बात नहीं। अगर हम सक्सेसफुल हैं तो पैसा आ जाएगा लेकिन अगर सिर्फ पैसों के लिए ही काम किया जाए तो एक्टर ज्यादा वक्त तक नहीं चल पाएगा।
यहां तक पहुंचने के लिए बहुत मेहनत की
अगर मैं सिर्फ पैसे कमाने के बारे में सोचूंगी तो नहीं बेहतर काम कर पाऊंगी और नहीं लोग मुझे याद रखेंगे। मैंने यहां तक पहुंचने के लिए बहुत मेहनत की है और स्टेप बाय स्टेप यहां तक आई हूं। मेरे लिए पैसा प्रायोरिटी नहीं रहा है। मेरे लिए फिल्म में मेरा रोल इंपॉर्टेंट है। मैं ऐसे रोल प्ले करना चाहती हूं जो सोसाइटी का आईना हों।'

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Posted By: Shweta Mishra