RANCHI : बिजली मामले को लेकर पिछले 16 दिन से जेपी केंद्रीय कारा में बंद एक्स सेंट्रल मिनिस्टर यशवंत सिन्हा समेत 58 लोगों को बुधवार को कोर्ट ने जमानत दे दी। सीजेएम राजेंद्र बहादुर पाल के कोर्ट ने सात-सात हजार के दो निजी मुचलके पर जमानत दी है। जेल से ही यशवंत समेत अन्य बंदियों ने जमानत की अर्जी दी थी। वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से पेशी के बाद इनकी सुनवाई हुई। बुधवार देर शाम तक रिहाई को लेकर कागजी प्रक्रिया चली। कानूनी प्रक्रिया में देरी की वजह से अब गुरुवार को इनकी रिहाई होगी।

जीएम ने दर्ज कराया बयान

इधर, इलेक्ट्रिसिटी डिपार्टमेंट के जीएम धनेश झा ने मंगलवार को ही 164 के तहत कोर्ट में अपना बयान दर्ज कराया। इसमें उन्होंने अपने साथ किसी भी तरह के दु‌र्व्यवहार के मामले से इंकार किया है। ज्ञात हो कि बिजली मुद्दे को लेकर दो जून को यशवंत सिन्हा सहित 9 समर्थकों पर सरकारी कार्य में बाधा डालने, सरकारी कर्मी को बंधक बनाने, दु‌र्व्यवहार करने समेत कई मामलों में एफआईआर दर्ज कराई गई थी। तीन जून को कोर्ट में पेशी हुई, जहां जमानत लेने से इंकार करने पर कोर्ट ने 14 दिनों के न्यायिक हिरासत में भेज दिया था।

केंद्रीय नेतृत्व का समर्थन

केंद्रीय नेतृत्व ने बिजली की समस्या को लेकर यशवंत सिन्हा द्वारा चलाए गए आंदोलन को समर्थन देते हुए उन्हें जेल से बाहर आने का निर्देश दिया था। इस दौरान प्रदेश से लेकर राष्ट्रीय स्तर के कई बड़े नेता उनसे जेल में मिलने आए। मंगलवार को पूर्व उप प्रधानमंत्री व भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने भी उनसे मुलाकात कर जमानत लेने की बात कहीं थी। ऐसा कयास भी लगाया जा रहा था कि आडवाणी से वार्ता के बाद पूर्व सांसद जमानत की अर्जी दाखिल की। यशवंत सिन्हा की जमानत को लेकर दिनभर कोर्ट में गहमा -गहमी रही।

Posted By: Inextlive