- एक सनकी ने हराम कर रखी है आधा दर्जन सुरक्षा एजेंसियों की नींद

- आम आदमी के लिए आम आदमी को नुकसान पहुंचाने की दे रहा धमकी

- अल्टीमेटम का वक्त खत्म, अनहोनी की आशंका से एजेंसियां सर्तक

ALLAHABAD: बांस के टुकड़ों के साथ शुरू हुआ बम का खेल अब सिलेंडर तक पहुंच गया है। खुद को आम आदमी का मददगार बताने वाला शख्स अब आम आदमी की जान लेने की ही धमकी दे रहा है। यमुनापार एरिया में चौथी बार नकली बम रखकर धमाके की धमकी देते हुए रेल हादसों में प्रभावित 1000 लोगों के लिए 10 करोड़ रुपए की मदद मांगी गई है। सिलेंडर के साथ रखे लेटर में लिखा है कि अगर अबकी उसकी डिमांड की अनदेखी की गई तो इसका अंजाम बहुत बुरा होगा। उसने रविवार को सिलेंडर रखकर रुपए देने के लिए 48 घंटे की मोहलत दी थी जो मंगलवार रात पूरी हो गई। चार बार सुरक्षा एजेंसियों को दहला चुके शख्स का अगला निशाना क्या होगा?? इस सवाल ने सुरक्षा एजेंसियों की नींद उड़ा रखी है।

एक ही आदमी का काम

अभी तक जितने भी लेटर मिले हैं उनमें हैंड राइटिंग से साफ है कि बार-बार नकली बम रखकर धमकाने वाला एक ही आदमी है। पहला नकली बम मेजा में क्रासिंग के पास मोबाइल कंपनी के टॉवर पर रखा था। इसमें लाल रंग की पेन से लेटर लिखा गया था। नकली बम को बांस के टुकड़ों से बनाया गया था। वह लेटर रोमन में था। इस तरह की भाषा का इस्तेमाल लोग एसएमएस टाइप करने में करते हैं। इसके बाद महानगरी व मेजा के रेल ओवर ब्रिज पर लेटर के साथ बम रखा गया। बम में एक्सप्लोसिव तो असली था लेकिन यह धमाके लिए नहीं था। इसमें वायर लगे थे लेकिन कोई भी चीज एक्सप्लोसिव से कनेक्ट नहीं थी। मेजा व महानगरी का लेटर ब्लू कलर की पेन से लिखा गया था और इसकी भाषा अंग्रेजी थी। टूटी फूटी अंग्रेजी में सनकी ने लिखा था कि उसको रेल हादसों में प्रभावित लोगों को मदद देने के लिए रेल मंत्री से 10 करोड़ रुपए चाहिए। मेजा के कोटवा गांव के प्राइमरी स्कूल के बाहर नकली सिलेंडर बम के साथ लिखा लेटर भी रेल मंत्री को संबोधित है। इसमें भी दस करोड़ रुपए मांगे गए हैं। हालांकि जो सिलेंडर पुलिस को मिला, वह खाली था और उसमें पंखे में लगने वाले दो कंडेंसर लगे थे।

इनाम के बावजूद सुराग नहीं

खुद को मूवी वेडनस डे के कॉमन मैन नसीरुद्दीन शाह जैसा दिखाने वाले शख्स पर एसएसपी ने 20 हजार रुपए का इनाम रखा है। लेकिन इनाम के बावजूद उसके बारे में पुलिस को कोई सुराग नहीं लग सका है। बार-बार लेटर से धमकाने वाले शख्स की खोज में एटीएस, आईबी, एलआईयू, एनआईए के साथ ही रेलवे की सीआईबी, इंटेलिजेंस, आरपीएफ व जीआरपी भी लगी है।

सीआईबी पहुंची मेजा

सीआईबी की टीम ने मंगलवार को मेजा पहुंच सिलेंडर बम व लेटर के बारे में पुलिस से जानकारी ली। इसकी रिपोर्ट रेल मिनिस्टर को भी भेजी जा रही है। रेलवे को डर है कि बार-बार धमकाने वाला अब वाकई में कोई गड़बड़ न कर दे।

रिटायर्ड फौजी तो नहीं?

पुलिस की जांच अब रिटायर्ड फौजी व रेल से जुड़े लोगों पर आकर टिक गई है। पुलिस मेजा व आसपास के इलाकों में रहने वाले रिटायर्ड फौजियों के बारे में जानकारी जुटा रही है। पुलिस अफसरों का कहना है कि जिस तरह से रोमन इंग्लिश में लेटर लिखा गया। इस तरह की लैंग्वेज का इस्तेमाल फौजी करते हैं। पुलिस ने तीन संदिग्ध रिटायर्ड फौजियों को हिरासत में लेकर उसने पूछताछ की गई है और लेटर लिखवाया। इस बात की भी आशंका है कि कोई रेलवे का सताया व्यक्ति ऐसा कर सकता है।

यह है लेटर

To, rail minister,

10cr = 1000 family compensation

meja road mai bomb rakhne ke baad do baar pendrol clamp rail track ka khola ek baar 25 aur dusrari baar 18, kismat ache ki train nahi palta।

Aur ab har baar kismat ache nahi hogi। agli baar kuch to hoga।

48 hour phir se de raha hoo। statement do news paper mai। paise dene ke liye। warna agli baar mauka nahi denga।

- बार-बार लेटर लिखकर धमकाने वाला एक ही शख्स है। लेटर लिखने वाले का कनेक्शन मेजा या आसपास के इलाके से ही है। पुलिस को कुछ क्लू मिले हैं। इसी आधार पर जांच की जा रही है।

आरके चतुर्वेदी, आईजी जोन

Posted By: Inextlive