Meerut: आप अपने मकान को बनाते हैं. लाखों रुपए लगाते हैं. सजावट का सामान अपने घरों में भी रखते हैं. चोर मौका पाते ही इस माल को समेटकर ले जाते हैं. क्या वजह है कि आप अपने घर मकान की सुरक्षा के बारे में भूल जाते हैं. सबकुछ पुलिस के भरोसे छोड़ देते हैं. ऐसे में पुलिस भी क्या करे जब आप खुद ही लाखों रुपए मकान में लगाने के बाद थोड़े रुपए सुरक्षा व्यवस्था में खर्च नहीं कर सकते. माहौल ऐसा है कि आपको अपनी सुरक्षा के इंतजाम भी खुद ही पुख्ता करने पड़ेंगे.


मौजूदगी के बाद भी चोरी
इस शहर में कई ऐसे मामले सामने आए जब घर वाले गहरी नींद में होते हैं और चोर सामान समेटकर गायब जाते हैं। दर्जनों ऐसी चोरियां हुई हैं, जिनमें परिवार और पुलिस दोनों ही सकते में आ गए। ऐसे में अगर उनके घर में कोई सुरक्षा का बंदोबस्त होता, या कोई अलार्म होता तो शायद बदमाशों के बारे में जानकारी मिल सकती थी। चोरी होने से बच सकती थी.

किसके भरोसे छोड़ देते हो घर

शहर में होने वाली चोरियों में चोर बंद मकानों को निशाना बनाते हैं। लोग मकान के अंदर लाखों रुपए और जेवरात छोड़कर चले जाते हैं। मकान भगवान भरोसे छोड़कर चले जाते हैं और जब लौटते हैं तो ताले टूट चुके होते हैैं। चोर पूरे मकान को खंगालकर कैश व जेवरात समेटकर ले जाते हैं। इसके बाद पुलिस को कोसने के अलावा कुछ नहीं बचता। इसके बावजूद लोग खुद सिक्योरिटी के इंतजाम करने की कोशिश नहीं करते। सिक्योरिटी का प्रबंध नहीं करते, सीसीटीवी कैमरा नहीं लगवा सकते।

सुरक्षा के कुछ इंतजाम

सिक्योरिटी एजेंसीज ने कुछ ऐसे इंस्टूमेंट निकाले हैं जो आपके घर की सुरक्षा के लिए फायदेमंद हैं। इनकी कॉस्ट आपके घरों में रखे सामान से बहुत कम होती है। इनमें एक प्री इंफार्मेशन रिकॉर्डर (पीआईआर) होता है। इस इंस्टूमेंट में पांच नंबर फीड किए जा सकते हैं। इनमें एक नंबर थाने का होता है और बाकी आप जिसके नंबर चाहो फीड करा सकते हो। अगर आपके घर में कोई घुसता है तो आपको और पुलिस को जानकारी मिल जाएगी। आप अलर्ट रहेंगे.

सीसीटीवी कैमरे

बाजार में सीसीटीवी कैमरे मिलते हैं। जो आपकी हैसियत के अनुसार हैं। जैसा चाहो ले लो। इससे चोरी होगी तो चोरों के बारे में कुछ तो सुराग मिल ही जाएगा। चोरी की रिपोर्ट में आनाकानी करने वाली पुलिस भी जल्दी रिपोर्ट दर्ज कर लेगी। साथ ही पुलिस को भी कुछ सहारा होगा। जैसे हाल में हुई कई डकैती की वारदातों में सीवीटीवी कैमरे ने पुलिस की खास सहायता की। बदमाशों को पकड़ लिया गया.

हमें सजग रहना होगा
लोग अपने लिए कम चिंतित रहते हैं। वे ना अपनी सुरक्षा के लिए सोचते है और ना ही अधिकारों के संबंध में। इसमें मैं भी कहीं शामिल हूं। हम लोग बड़े मकान बना लेते हैं, लेकिन सुरक्षा व्यवस्था की ओर ध्यान नहीं देते। नौकर मिलता है तो उसको बिना वेरीफिकेशन के रख लेते हैं। यह लोगों की लापरवाही है। जबकि लोगों को सुरक्षा के प्रति अवेयर रहना चाहिए। इसके लिए पब्लिक को जागरूक करने की भी जरूरत है।
- नवीन गुप्ता, संयुक्त व्यापार संघ अध्यक्ष

अच्छी पुलिसिंग होनी चाहिए
कुछ लोग पर्सनल गार्ड रख लेते हैं, सीसीटीवी कैमरे भी लगवा लेते हैं। लेकिन मध्यम वर्ग वाले इसको एफोर्ड नहीं कर सकता। वह पूरे दिन रोजी रोटी में लगा रहता है और यह उसका दुर्भाग्य होता है कि उसके घर चोरी हो जाती है। कॉलोनी में अगर चौकीदार भी रखा जाए तो वह जिम्मेदार नहीं होता। ये सही है कि हमें सिक्योरिटी का इंतजाम करना चाहिए, मगर सरकार के प्रयास भी दिखने चाहिए। बिजली नहीं आती, सड़कों पर स्ट्रीट लाइटें नहीं जलतीं। मौका पाकर बदमाश काम कर जाते हैं। पुलिसिंग अच्छी होनी चाहिए। आजकल तो पुलिस की मुखबिरी चोरों की मुखबिरी के सामने एकदम फीकी है। पुलिस सही काम करे तो वारदातें रुक सकती हैं.
- अरुण वशिष्ठ, पूर्व संयुक्त व्यापार संघ अध्यक्ष

खुद भी जिम्मेदार बनें
चोरियां हमेशा आपकी अनुपस्थिति में होती हैं। आपके पास सभी कामों के लिए पैसे हैं, घूमने के लिए, होटल में खाने के लिए, पार्टी करने के लिए, लेकिन सुरक्षा के इंतजाम करने के लिए कुछ भी नहीं हैं। ऐसे में आप रिस्क क्यों लेते हैं। आप पर्सनल गार्ड भी नहीं रख रहे हैं। आपका भी दायित्व बनता है कि सुरक्षा का इंतजाम करें। खाली पुलिस ही आपकी सुरक्षा नहीं कर सकती। उद्योगपति ये नहीं सोचते हैं कि वे अपने बजट में कितने प्रतिशत सुरक्षा पर खर्च करते हैं।
- ओपी सिंह, एसपी सिटी

Posted By: Inextlive