जमशेदपुर: आदित्यपुर थाना क्षेत्र के रोड नंबर सात पान दुकान चौक के पास अपनी बुआ घर गए गोलमुरी निवासी ऋतिक श्रीवास्तव 15 की हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने से मौत हो गई. घटना के बाद परिजनों ने आनन-फानन में ऋतिक को 108 एंबुलेंस की सहायता से एमजीएम अस्पताल लाया गया. जहां मेडिकल परीक्षण के बाद डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.

ऋितिक की मौत की सूचना पाकर टुइलाडुंगरी लाइन नंबर ए पर मातम छा गया. ऋितिक अपने माता-पिता की एकलौती संतान था. पिता संजू श्रीवास्तव की साकची बाजार में फोटो स्टूडियो की दुकान है. पिता ने बताया कि बेल्डीह स्कूल में अपनी शरारतों के चलते ही पिता ने उसका दाखिला मुजफ्फरपुर में करा दिया था. इस साल उसने 10वीं की परीक्षा दी थी, अभी तक रिजल्ट नहीं आया है, शुक्रवार शाम पांच बजे वह आदित्यपुर स्थित अपनी बुआ के घर गया था और बहन रिया के साथ छत पर आम तोड़ने गया था. घर के पास से गुजर रहे 11 हजार वोल्ट के तार की चपेट में आने से वह झुलस गया.

बहन की आंखों के सामने तड़पता रहा ऋतिक

ऋतिक कि फुफेरी बहन रिया के सामने देखते ही देखते ऋतिक ने दम तोड़ दिया. बकौल रिया ऋतिक और वो अपनी छोटी बहन के साथ घर की छत पर आम तोड़ने गए थे. ऋतिक ने कहा कि रुको कुछ दिखाता हूं. इतने में उसने छत के पास से ही गुजर रहे हाईटेंशन तार जो कवर था उसे पकड़ लिया. इसके बाद उसे झटके लगने लगे. मेरे पास कोई ऐसी चीज नहीं थी, जिससे मैं उसे तार से अलग कर सकूं. मैंने अपनी चप्पल से उसे तार से अलग किया. उसे छूने पर मुझे भी करंट लगा. मैंने चिल्लाकर घर वालों को बुलाया. इसके बाद सभी उसे अस्पताल ले गए.

चचेरी बहन से कहा था कि फिल्म देखने के बाद घर आऊंगा

ऋतिक की चचेरी बहन अंकिता ने दोपहर को उसे घर पर बुलाया था. फोन करने पर ऋतिक ने कहा था कि वह दोस्तों के साथ फिल्म देख रहा है, शाम को घर आएगा. इधर ऋतिक अपनी फुआ के घर भी चार महीने बाद आया था.

मेडिका अस्पताल लेकर जाना चाहते थे पर एंबुलेंस एमजीएम ले गया

फुफेरी बहन रिया ने बताया कि उसने एंबुलेंस के चालक को मेडिका अस्पताल ले जाने को कहा, तो चालक ने कहा कि यह सरकारी एंबुलेंस है ये सिर्फ सरकारी अस्पताल ही ले जाती हैं. जिसके चलते भाई को मेडिका नहीं ले जाया सका. बहन रिया ने बताया कि अगर भाई को प्राईवेट अस्पताल ले जाते तो उसकी जान बच सकती थी.

Posted By: Kishor Kumar