Zindagi Na Milegi DobaraU/A: Comedy DramaDir: Zoya AkhtarCast: Katrina Kaif Hrithik Roshan Abhay Deol Farhan Akhtar Kalki Koechlin Naseruddin ShahRating: **1/2


एक ऐसा टाइटल जो आपको इमोशंस की रोलरकोस्टर राइड पर ले जाने का प्रॉमिस करता हो, आपको जिंदगी ना मिलेगी दोबारा से फुलटू एंटरटेनमेंट की उम्मीद हो जाती है। बढिय़ा स्टारकास्ट और खूबसूरत लोकेशंस के बावजूद जोया की फिल्म उम्मीद पर खरी नहीं उतर सकी।कहानी है तीन दोस्तों: कबीर (अभय देओल), इमरान (फरहान अख्तर) और अर्जुन (रितिक रोशन) की। कबीर खुशमिजाज और सोशल है, इमरान शरारती है वहीं अर्जुन है सेंसिटिव। कुछ सुना-सुना लगा ना? फरहान की फिल्म दिल चाहता है के  तीन सेंट्रल कैरेक्टर (जिन्हें आमिर खान, सैफ अली खान और अक्षय खन्ना ने प्ले किया था) कुछ इसी सांचे में बने थे। तो स्टोरी पर वापस आते हैं।


कबीर की शादी होने वाली है नताशा (कल्कि) से और शादी से पहले वह हॉलीडे पर जाना चाहता है। वह अपने दोस्तों को याद दिलाता है वो पैक्ट जो बचपन में उन्होंने साथ में तीन-वीक का हॉलीडे मनाने के लिए डिसाइड किया था। इस हॉलीडे में वे एक-दूसरे की एडवेंचरस च्वॉइस में पार्ट लेंगे। फिर वे जाते हैं ट्रिप पर जिसमें स्पेन की खूबसूरत लोकेशंस हैं।

वे एक-दूसरे से इमोशंस शेयर करते हैं। और कुछ ऐसे इश्यूज जिन पर शायद वे कभी बात न कर पाते। ये फ्रेंड्स मिलते हैं लैला से, जो कि एक डाइविंग इंस्ट्रक्टर है, लाइफ को पूरी तरह जीने में यकीन करती है, बिना किसी रिग्रेट के। उसका कहना है, ‘मैं अफसोस करना नहीं जानती.’ वे एंज्वॉय करना चाहते हैं, लेकिन उनका फन कुछ खास नहीं होता। बजाय इसके वे अपने स्कूल डेज की ट्रिक्स अपनाते हैं। सबसे ज्यादा जो चीज मिस की जा सकती है वह है तीनों दोस्तों के बीच की केमिस्ट्री। कुछ सीन्स हैं जो मजेदार हैं, स्पेशली वो जब इमरान और कबीर अर्जुन को उसके काम के ऑब्सेशन के लिए चिढ़ाते हैं। रितिक भी दूरदर्शन की सिग्नेचर ट्यून की बढिय़ा मिमिक्री करते हैं। लेकिन कुछ जगहों पर कॉमेडी बिल्कुल बनावटी लगती है। रोड ट्रिप को देखना मजेदार है, लेकिन इसमें भी टाइट एडिटिंग की गुंजाइश है। Performances कटरीना इंस्ट्रक्टर के रोल में प्लीजेंट और चार्मिंग लगी हैं। कल्की का रोल बेकार है (ये एक ऐसा रोल है जिसे किम शर्मा भी कर सकती थीं) अभय गुड ब्वॉय की इमेज में जबरदस्त हैं। रितिक ने सिंसियर परफॉर्मेंस दी है। फरहान भी बढिय़ा हैं लेकिन जब वह शायरी करना शुरू करते हैं, फिल्म डल हो जाती है।Our Verdict

हम अफसोस करना जानते हैं और अफसोस कि एक बढिय़ा मौका गंवा दिया गया। फिल्म बहुत खूबसूरत हो सकती थी बस सोल की कमी रह गई।

Posted By: Inextlive