- गेट पर लगाए जाने थे मेटल डिटेक्टर

- तीन नए मेटल डिटेक्टर हैं लेकिन एक भी नहीं लगे

- साफ-सफाई के लिए आई मशीनें भी स्टोर रूम में हैं खड़ी

LUCKNOW: ना सुरक्षा की फिक्र और ना ही सफाई की चिंता। यह हाल है राजधानी के चिडि़याघर का। जहां एक से एक हाईटेक मशीनें मौजूद है लेकिन सभी स्टोररूम की शोभा बढ़ा रही है। चिडि़याघर प्रशासन की माने तो मेनपॉवर की कमी और निर्माण कार्य के चलते इनका यूज नहीं हो पा रहा है। हाल यह है कि इसका खामियाजा पब्लिक को भुगतना पड़ रहा है। जहां एक ओर उन्हें गंदगी का सामना करना पड़ता है वहीं कभी भी कोई भी हथियार लेकर कैम्पस में शामिल हो सकता है।

चिडि़याघर में जानवरों की सुरक्षा और आपराधिक घटनाओं से बचने के लिए यहां पर हथियार लाना मना है। इसी के चलते यहां पर एंट्री प्वाइंटर पर मेटल डिटेक्टर लगाए जाने की तैयारी की गई। चिडि़याघर में एंट्री के लिए तीन प्वाइंट हैं। इनमें से सिर्फ दो जगह ही एंट्री मिलती है। एक का मेनगेट नरही की तरफ है तो दूसरा डीजीपी ऑफिस के ठीक सामने। दोनों ही जगह टिकट विंडो बनी हुई हैं। मुख्यमंत्री आवास के लिए जाने वाली रोड पर बना एंट्री प्वाइंट को बंद रखा गया है। अन्य दो जगहों पर मेटल डिटेक्टर बीते ख्म् जनवरी को लगाए जाने थे। इन्हें पिछले साल ही खरीद लिया गया था। लेकिन आज तक एक भी मेटल डिटेक्टर यहां नहीं लगाया जा सका। कभी भी कोई भी हथियार लेकर यहां से गुजर सकता है। सिर्फ इतना ही नहीं चार पहले यहां पर बने सांप घर से चोरी होने की जानकारी मिली थी। उसके बाद भी चिडि़याघर प्रशासन नहीं चेता।

चिडि़याघर में सफाई के लिए हाईटेक मशीन खरीद गई। इस मशीन में कई क्वालिटीज है। सफाई करने के अलावा यह मशीन खुद कूड़ा भी उठाती है। लेकिन यह भी स्टोर में पड़ी हुई है। इसको चलाने वाला कोई नहीं है। ग्रास कटिंग मशीन भी लाकर स्टोर में खड़ी कर दी गई है। ग्राउंड को मेनटेन करने के लिए छोटे-बड़े रोलर भी पिछले साल लाए गए थे। लेकिन ऊपर लगे कवर तक नहीं हटे हैं।

जू में नरही में एंट्री गेट की तरफ बने टिकट घर का निर्माण होना है इसके चलते अभी तक मेटल डिटेक्टर नहीं लगाया गया। अन्य मशीनों के ऑपरेट करने के लिए हमारे पास स्टॉफ की व्यवस्था नहीं है। फिर हॉस्पिटल से निकलने वाली रोड का काम चल रहा है, जिसके चलते इन मशीनों को बाहर नहीं निकाला जा रहा है।

अनुपम श्रीवास्तव

जू डायरेक्टर

चिडि़याघर में शनिवार को वैलेंनटाइडे के दिन राजू की लाइफ में सिंन्धू शामिल हो जाएगी। इसके लिए चिडि़याघर ने खास तैयारियां भी की है। राजू कोई और नहीं बल्कि यहां पर पिछले कई सालों से अकेला रहा शेर पूंछ बंदर है। इस मेल बंदर के लिए फीमेल सिन्धू शुक्रवार को यहां पहुंची।

चिडि़याघर में दर्शकों को देखने के लिए दो हाईब्रिड लायन भी शुक्रवार को यहां पहुंच चुके हैं। अब तक यहां पर दो हाईब्रिड लॉयन फीमेंल शिवांगी और मेल प्रिंस हैं। इन दोनों की उम्र ख्0 साल से ऊपर हो चुकी है। इसी के चलते बिलासपुर जू से यह बब्बर शेर यहां लाए गए हैं।

Posted By: Inextlive