राज्य सरकार के हाथ 'देहरादून जू' की बागडोर
-सेंट्रल जू अथॉरिटी ने निर्माण कार्य स्टेट गवर्नमेंट को सौंपा
-सिटी की फेमस मालसी डियर पार्क में बनेगा देहरादून जू -टाइगर, बटरफ्लाई पार्क और ग्रीन बेल्ट दिखेंगे 'दून जू' में delip.bisht@inext.co.in DEHRADUN : देहरादून, राज्य सरकार चाहे तो राजधानी वासियों की वर्षो पुरानी मुराद का निर्माण कार्य अब तक शुरू हो गया होता, लेकिन शायद दिलचस्पी न होने की वजह से ऐसा नहीं हो पा रहा है। उम्मीद तो यहां तक थी कि इस नए फाइनेंशियल इयर के शुरुआत में मालसी डियर पार्क को 'देहरादून जू' का नाम दे दिया जाता। साथ ही परफेक्ट जू बनाने के लिए निर्माण कार्य भी शुरू हो जाता। फिलहाल, निगाहें अब नए निजाम पर टिकी हैं। इधर, सेंट्रल जू अथॉरिटी ने भी इंफ्रास्ट्रक्चर को मंजूरी देने के बाद प्रदेश सरकार को निर्माण कार्य शुरू कर देने की बात कही है। राज्य सरकार कराएगी निर्माण कार्यमसूरी रोड पर करीब चार दशक पहले अस्तित्व में आए 52.622 एकड़ यानी 21.2955 हेक्टेअर में फैले मालसी डियर पार्क देर से ही सही, यकीनन 'देहरादून जू' के नाम से जाना जाएगा। 'दून जू' की चर्चा लंबे अर्से से चली आ रही थी। कभी रेस्क्यू सेंटर बनाने की बात हुई तो कभी मिनी जू की, लेकिन तमाम बैरियर्स पार करने के बाद आखिरकार सेंट्रल जू अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने स्वीकृति दे दी है। पिछले साल केंद्रीय जू अथॉरिटी की तरफ से मेंबर्स बीएस बोनाल ने मालसी डियर पार्क का विजिट किया था। स्टेट फॉरेस्ट डिपार्टमेंट को इस बावत इंफ्रास्ट्रक्चर भेजने के लिए कहा था। इसके बाद फॉरेस्ट डिपार्टमेंट से सेंट्रल जू अथॉरिटी को गया इंफ्रास्ट्रक्चर मैप को भी मंजूरी मिल गई है।
सेंट्रल जू अथॉरिटी हो गया राजी खुद सेंट्रल जू अथॉरिटी के मेंबर्स बीएस बोनाल ने आई नेक्स्ट को फोन पर जानकारी देते हुए कहा कि केंद्र से 'देहरादून जू' के ढांचे के लिए मंजूरी मिल गई है। अब प्रदेश सरकार पर निर्भर करता है कि कब निर्माण कार्य शुरू हो। ऑफिशियल सूत्रों की माने तो इस नए वित्तीय वर्ष में बकायदा 'देहरादून जू' का निर्माण कार्य शुरू हो जाना तय था, लेकिन जानकार कहते हैं कि राजनीतिक उठा-पटक और खुद सीएम के पास डिपार्टमेंट होने और उनके व्यस्त होने की वजह से इस पर निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया। अब उम्मीदें नए मुखिया पर टिकी हैं। सर्वे एड एजेंसी ने बनाया जू का मैपसेंट्रल जू अथॉरिटी के पास भेजे गए प्रस्ताव में भी 'देहरादून जू' नाम दिया गया है। हालांकि जो 'देहरादून जू' के लिए यह मैप तैयार किया गया है, वह देहरादून गांधी रोड के सर्वे एड एजेंसी के थ्रू ही बनाया गया है, जिसको देहरादून फॉरेस्ट डिविजन के मालसी रेंज में शामिल किया गया है। तैयार किए गए मैप व केंद्र से मिली संस्तुति के बाद देहरादून का जू भी कुछ खास ही होगा। इसमें जू का एक सेपरेट डायरेक्टर होगा। अच्छी पार्किंग होगी, जबकि सोविनियर, फूड कोर्ट के अलावा सेपरेट रिसेप्शन, दो-दो टॉयलेट्स, चिल्ड्रन अवेयरनेस एरिया और ग्रीन बेल्ट भी होगा।
टाइगर व बटरफ्लाई पार्क भी होगा सबसे दिलचस्प ये है कि जू में एक रेस्क्यू सेंटर को भी परमिशन मिली है। इसके अतिरिक्त स्लोथ बीयर, हिमालयन ब्लैक बीयर, लेपर्ड, टाइगर, बटरफ्लाई पार्क, ऑर्चेडिरियम और वेटरनेसरी सेक्शन देखने को मिलेंगे। बाकी सांभर, स्पॉटेड डियर, बार्किंग डियर व घुरल जैसे वाइल्ड एनिमल्स भी देहरादून जू में नजर आएंगे। ऐसा रहेगा देहरादून जू -कैंटीन। -डायरेक्टरर/वार्डेन ऑफिस। -इंटरप्रिटेशन सेंटर। -एक्सिटिंग पार्किंग। -रिसेप्सशन। -फूड कोर्ट। -सोविनियर शॉप। -प्रपोज्ड पार्किंग। -टू व्हीलर पार्किंग। -लैंडस्केपिंग वर्क्स। -पब्लिक टॉयलेट। -चिल्ड्रन अवेयरनेस एरिया। -ग्रीन बेल्ट। -सर्पेनटिव हाउस। -रेस्क्यू सेंटर। -हाइनी। -स्लोथ बियर। -हिमालयन ब्लैक बियर। -लेपर्ड। -टाइगर। -गुरल। -बार्किंग डियर। -स्पॉटेड डियर। -सांभर। -कछुवा। -बटरफ्लाई पार्क। -ऑर्चिडेरियम। -वेटनरी सेक्शन। -पिरामिट्स। -पब्लिक टॉयलेट्स। -डंपिंग पिट। -एवियरी(