- संभल, कन्नौज, रामपुर, गाजीपुर और बस्ती में हुई थी कांटे की टक्कर

- ज्यादा वोटों से जीतने वालों में पीएम नरेंद्र मोदी आए थे चौथे स्थान पर

- मुलायम ने बड़े अंतर से जीता मैनपुरी तो बहू डिंपल को हुई मुश्किलें

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LUCKNOW: लोकसभा चुनाव में मतदान की तारीख नजदीक आने के साथ ही प्रत्याशियों की धड़कनें भी तेज होती जा रही है। खासतौर पर यूपी के चुनावी महासमर में कब किसका पलड़ा भारी हो जाए, इस बारे में कोई ठोस अनुमान नहीं लगाया जा सकता। कुछ ऐसा ही हाल पिछले लोकसभा चुनाव में भी हुआ था जिसमें लोकप्रियता के पहले पायदान पर चल रहे पीएम पद के दावेदार नरेंद्र मोदी को भी सबसे ज्यादा वोटों से जीत हासिल करने की उपलब्धि हासिल नहीं हो सकी थी। वहीं यूपी की सियासत में धरतीपुत्र कहे जाने वाले मुलायम सिंह यादव को मैनपुरी में मिली जीत नरेंद्र मोदी से बड़ी नहीं थी। खास बात यह है कि मुलायम की बहू डिंपल यादव को कन्नौज सीट जीतने में खासी मशक्कत करनी पड़ गयी। पिछले चुनाव में बेहद कम और सबसे ज्यादा अंतर से जीत हासिल करने वाले तमाम नेता फिर से चुनाव के मैदान में हैं।

 

सबसे कम अंतर से जीती गयी सीटें

पिछले लोकसभा चुनाव में सबसे कम अंतर से जीतने वाले नेताओं की बात करें तो पहला नाम भाजपा के सत्यपाल सिंह का आता है। उन्होंने संभल सीट पर सपा के शफीकुर्ररमान को 5174 वोटों से शिकस्त दी थी। इस बार भाजपा ने सत्यपाल सिंह के बजाय परमेश्वर लाल सैनी को प्रत्याशी घोषित किया है जबकि सपा के टिकट पर शफीकुर्ररहमान दोबारा अपनी किस्मत आजमाने जा रहे हैं।

कन्नौज

इस फेहरिस्त में दूसरे स्थान पर कन्नौज सीट है जिसमें सपा प्रत्याशी डिंपल यादव ने भाजपा प्रत्याशी सुब्रत पाठक को 19907 वोटों से हराया था। कन्नौज सीट से मुलायम एक बार जबकि अखिलेश यादव तीन बार सांसद रह चुके हैं। इस सीट पर दोबारा रोचक मुकाबला देखने को मिलेगा क्योंकि सपा ने फिर से डिंपल यादव को जबकि भाजपा ने सुब्रत पाठक को प्रत्याशी घोषित किया है।

रामपुर

तीसरे स्थान पर रामपुर सीट रही थी जो लंबे अर्से के बाद भाजपा के खाते में आई थी। रामपुर सीट पर भाजपा के डॉ। नेपाल सिंह ने सपा प्रत्याशी नसीर अहमद खान को 24435 वोटों से शिकस्त दी थी। इस बार रामपुर में भाजपा ने जयाप्रदा को टिकट दिया है तो सपा के टिकट पर रामपुर के कद्दावर नेता आजम खां चुनाव मैदान में हैं। वहीं कांग्रेस ने संजय कपूर को प्रत्याशी बनाया है।  

गाजीपुर

केंद्रीय मंत्री मनोज सिन्हा को गाजीपुर से जीत हासिल करने में खासा संघर्ष करना पड़ा था। उनका मुकाबला सपा प्रत्याशी शिवकन्या कुशवाहा से था जो कि एनआरएचएम घोटाले की आरोपी पूर्व मंत्री बाबू सिंह कुशवाहा की पत्नी हैं। मनोज सिन्हा ने उनको 32452 वोटों से हराया था। इस बार फिर मनोज सिन्हा गाजीपुर से प्रत्याशी हैं जबकि यह सीट बसपा के कोटे में होने की वजह से बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी के भाई अफजाल अंसारी को टिकट मिलने की संभावना जताई जा रही है।

बस्ती

सबसे कम अंतर से जीती गयी सीटों में पांचवे स्थान पर बस्ती है जहां पर भाजपा प्रत्याशी हरीश द्विवेदी ने सपा के बृजकिशोर सिंह डिंपल को 33562 वोटों से शिकस्त दी थी। भाजपा ने एक बार फिर हरीश द्विवेदी पर दांव लगाया है जबकि यह सीट बसपा के कोटे में शामिल है। यहां बसपा ने पूर्वांचल के बाहुबली नेता हरिशंकर तिवारी के पुत्र कुशल तिवारी को प्रभारी बनाया है।  

इन सीटों पर सबसे ज्यादा अंतर से जीत

गाजियाबाद

सबसे ज्यादा वोटों के अंतर से जीतने की उपलब्धि भाजपा के वीके सिंह का नाम दर्ज है जिन्होंने गाजियाबाद में कांग्रेस प्रत्याशी राजबब्बर को 567260 वोटों से शिकस्त दी थी। वीके सिंह दोबारा इसी सीट से चुनाव मैदान में हैं जबकि राजबब्बर फतेहपुर सीकरी से चुनाव लडऩे जा रहे हैं। यहां सपा ने सुरेश बंसल जबकि कांग्रेस ने डॉली शर्मा को टिकट दिया है।

बुलंदशहर

पिछले चुनाव में बुलंदशहर सीट पर भाजपा प्रत्याशी भोला सिंह ने बसपा प्रत्याशी प्रदीप कुमार जाटव को 421973 वोटों से शिकस्त दी थी। भाजपा ने इस बार फिर भोला सिंह को टिकट दिया है जबकि बसपा ने योगेश वर्मा और कांग्रेस ने बंसी लाल पहाडिय़ा को प्रत्याशी घोषित किया है। इस बार भी इस सीट पर रोचक मुकाबला देखने को मिल सकता है।

मुजफ्फरनगर

गन्ने की मिठास को मशहूर मुजफ्फरनगर सीट पर भाजपा के संजीव कुमार बालियान ने बसपा प्रत्याशी कादिर राणा को 401150 वोटों से हराया था। इस बार गठबंधन से इस सीट पर रालोद अध्यक्ष चौधरी अजित सिंह चुनाव मैदान में हैं जबकि संजीव बालियान दोबारा भाजपा का परचम लहराने के लिए ताल ठोक रहे हैं।  

वाराणसी

पीएम मोदी ने पिछला चुनाव लड़ने के लिए यूपी के वाराणसी को चुना तो पूरे विपक्ष की नजरें इस सीट पर टिक गयीं। आम आदमी पार्टी के अध्यक्ष अरविंद केजरीवाल मोदी को चुनौती देने चुनाव मैदान में उतरे पर जीत नहीं सके। उनको 371794 वोटों से हार का सामना करना पड़ा। पीएम मोदी फिर वाराणसी से चुनाव लडऩे जा रहे हैं। वहीं विपक्ष उनसे मुकाबले को मजबूत प्रत्याशी तलाश रहा है।

मैनपुरी

सपा का गढ़ मानी जाने वाली मैनपुरी सीट पर सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव तीन बार जीत दर्ज करा चुके हैं। पिछले चुनाव में उन्होंने भाजपा प्रत्याशी शत्रुघन सिंह चौहान को 364666 वोटों से हराया था। मुलायम एक बार फिर मैनपुरी से चुनाव लडऩे की तैयारी में हैं। अभी इस सीट पर बाकी दलों द्वारा प्रत्याशी घोषित किया जाना बाकी है।

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