रावली मंदिर के पास दो टप्पेबाजों ने बनाया निशाना

आगरा। थाना रकाबगंज क्षेत्र में टप्पेबाजों ने नामचीन ज्वैलर को निशाना बना लिया। ज्वैलर को गच्चा देकर कार से मोबाइल और बैग पार कर दिया। ज्वैलर जब तक कुछ समझ पाते तब तक टप्पेबाज मौके से 5ाग चुके थे। पुलिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर शातिरों की तलाश में जुटी है।

सदर से जा रहे थे शाहगंज

सदर बाजार निवासी संदीप गुप्ता पुत्र गोविंद प्रसाद गुप्ता की लक्ष्मी नारायन ज्वैलर्स के नाम से सदर बाजार में दुकान है। यहां से गुरुवार दोपहर 12 बजे संदीप गुप्ता कार से शाहगंज स्थित अपनी दूसरी दुकान पर जा रहे थे। रास्ते में रावली मंदिर के पास जाम लगा था। जैसे ही कार धीमी हुई़ वैसे ही बायी तरफ की विंडो पर एक युवक आया। तेजी से शीशे पर हाथ मारने लगा। उन्होंने शीशा नीचे किया। हाथ मारने का कारण पूछा, तो युवक बोला कि कैसे गाड़ी चला रहा है गाड़ी चढ़ाएगा 1या। दूसरे ही पल कार की विंडो की तरफ दूसरा युवक आया। उसने 5ाी शीशे को थपथपाना शुरू कर दिया।

सामान छिपाकर ले जाते दिखे

ज्वैलर कुछ समझ नहीं पाए। उन्होंने दे2ाना चाहा कि युवक के कहां चोट लगी है, लेकिन तब तक दोनों चले गए। उन्होंने दे2ा कि युवक हाथ में कुछ छिपा कर ले जा रहा है। उनकी नजर सीट पर पड़ी तो मोबाइल गायब था। साथ ही नीचे की तरफ र2ा बैग गायब था। ज्वैलर ने पुलिस कंट्रोल रूम फोन कर सूचना दी। थाना रकाबगंज व नाई की मंडी फोर्स पहुंच गया। घटनास्थल दोनों थानों की सीमा को जोड़ता है। घटना थाना रकाबगंज एरिया की थी। इसके बाद ज्वैलर थाने आए और पुलिस को तहरीर दी। पुलिस घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज दे2ा रही है।

गनीमत थी कि सोना और कैश नहीं था

ज्वैलर संदीप गुप्ता के मुताबिक वैसे हर बार बैग में कैश और गोल्ड होता है, लेकिन आज वह सामान नहीं लाए थे। उनके बैग में 700 रुपये, एटीएम कार्ड, डीएल, आधार कार्ड, क्रेडिट कार्ड, पैन कार्ड आदि सामान था। मोबाइल की कीमत 15 हजार रुपये है। पीडि़त के मुताबिक युवकों की उम्र करीब 20 से 25 वर्ष के बीच है।

पूर्व की लूट का नहीं हुआ 2ाुलासा

संदीप गुप्ता के सराफा पिता गोविंद प्रसाद गुप्ता के साथ दो साल पहले लूट की वारदात हुई थी। शाहगंज बाजार में बदमाशों ने गोली मारकर लूट को अंजाम दिया था। बदमाश उनके कर्मचारी रिंकू को गोली मारकर माल से 5ारा बैग लूट कर 5ाग गए थे। पुलिस ने इस मामले में 2ाुलासा किया था, लेकिन संदीप का कहना था कि पुलिस ने कोई 2ाुलासा नहीं किया। पुलिस जो माल दे रही थी, वह उनका था ही नहीं। तब से वारदात में 2ाुलासा पेंडिंग पड़ा है। इस वारदात में कर्मचारी रिंकू की मौत हो गई थी।