रोहित के लिए कमिश्नरी पर 52 गांवों के दलितों की महापंचायत

पुलिस का कहना, नहीं है अनुमति और न दी है कोई सूचना

Meerut। कमिश्नरी पार्क में भीम आर्मी व 52 गांवों के दलितों की महापंचायत के ऐलान पर पुलिस ने अलर्ट जारी कर दिया है। पुलिस का कहना है कि कमिश्नरी पार्क में दलितों की महापंचायत के लिए कोई अनुमति नहीं ली गई है और न ही उनके पास कोई सूचना है। अगर कोई बिना सूचना के महापंचायत कर माहौल बिगाड़ने का प्रयास करेगा तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

जातीय हिंसा में हत्या

गत 10 अगस्त को उल्देपुर में जातीय हिंसा के चलते रोहित गौतम की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी। रोहित के परिजनों ने गांव के राजपूत समाज के आठ लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था। इसके बाद गांव में तनाव फैल गया था। पुलिस ने हत्या करने वाले आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं की है। इसके बाद राजपूत समाज के लोगों ने कमिश्नरी पार्क में पंचायत की थी। जिसके बाद रोहित के परिजनों पर क्रास केस दर्ज करवा दिया था।

भीम आर्मी की महापंचायत

दलित मोर्चा संघ के डेमोक्रटिक स्टूडेंट्स फ्रंट के अध्यक्ष डॉ। सुशील गौतम का कहना है कि गुरुवार को 52 गांवों के दलित रोहित गौतम के परिजनों को इंसाफ दिलाने के लिए कमिश्नरी पार्क में महापंचायत करेंगे। इसके साथ रोहित को इंसाफ दिलाने के लिए आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की जाएगी। शासन से रोहित के परिजनों के लिए 50 लाख के मुआवजे की भी मांग की जाएगी।

पुलिस ने जारी िकया अलर्ट

कार्यवाहक एसएसपी व एसपी देहात राजेश कुमार का कहना है कि उल्देपुर में हुई जातीय हिंसा में पांच आरोपियों को गिरफ्तार करके जेल भेजा जा चुका है। बाकि आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। अगर किसी ने माहौल बिगाड़ने का प्रयास किया तो उससे सख्ती से निपटा जाएगा। सुरक्षा की दृष्टि से कमिश्नरी पार्क में पुलिसबल तैनात कर दिया गया है।

पहले भी हुई महापंचायत

इससे पहले दलितों ने गत 20 अगस्त को भी कमिश्नरी पार्क में महापंचायत करके पुलिस के खिलाफ जुलूस निकाला था। डीएम ऑफिस पर प्रदर्शन करके उन्हें एक ज्ञापन भी सौंपा था। जिसमें हजारों दलित युवकों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया था।

अप्रैल में हुई थी हिंसा

गत 2 अप्रैल को एससी-एसटी कानून में बदलाव को लेकर दलितों ने सड़क पर धरना-प्रदर्शन किया था। इसके बाद पुलिस पर पथराव व चौकी को आग के हवाले कर दिया था। बसों में तोड़फोड़ व आगजनी भी की गई थी। जिसके चलते पुलिस ने पूर्व विधायक योगेश वर्मा समेत 250 लोगों को गिरफ्तार करके जेल भेजा था।

नोएडा में प्रदर्शन

भीम आर्मी के राष्ट्रीय प्रवक्ता मंजीत नोटियाल ने कहा कि यूपी सरकार ने नोएडा के दलित अधिकारी को बिना जांच के सस्पेंड कर दिया है। जबकि कर्नल के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। उन्होंने कहा कि भीम आर्मी दलित अधिकारी के पक्ष में उतरकर 31 अगस्त को नोएडा में प्रदर्शन करेगी।