-सोमवार को जमकर उड़ी पतंगें, कुछ घरों में बनायी और खायी गयी खिचड़ी

-अधिकतर लोग आज मनायेंगे मकर संक्रांति का पर्व

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VARANASI : मकर संक्रांति पर्व को मनाने को लेकर मतभेद का असर रहा कि लोगों ने सोमवार को भी पर्व की परंपरा का निर्वाह किया। हालांकि विद्वानों ने मंगलवार को पर्व मनाये जाने को शास्त्र सम्मत बताया है। सोमवार को भी पर्व मनाने वालों ने कड़ाके की ठंड को दरकिनार कर हजारों की संख्या में लोग गंगा स्नान के लिए घाटों पर पहुंचे और पुण्य की डुबकी लगायी। दशाश्वमेध, शीतला घाट, मुंशी घाट, अहिल्याबाई, मान मंदिर आदि घाटों पर लोगों ने स्नान किया और अन्न-धन का दान कर पर्व मनाया।

घरों में बनी खिचड़ी
कुछ घरों में खिचड़ी बना कर खाई गयी। चोखा, अचार, पापड़, दही व देशी घी के साथ ने उसका स्वाद कई गुना और भी बढ़ा दिया। विभिन्न सामाजिक संस्थाओं की ओर से खिचड़ी का प्रसाद बांटा गया। अखिल भारतीय वैश्य एकता संघ की ओर से राष्ट्रीय युवा शाखा की ओर से चाय वितरण किया गया। मार्केट में सजे लाई पट्टी चूड़ा की दुकानों पर खरीदारों की भारी भीड़ दिखी।

खूब हुआ भाक्काटा
शहर में पूरे दिन भाक्काटे की गूंज सुनाई देती रही। लाला, छड़ीला, धारा, मत्थल, कंठा और न जाने कितने तरह की रंग- बिरंगी पतंगों से आसमान पटा दिखा। जहां-तहां लोग कन्ना, मांझा, पतंग, लुटाई पर अपना हाथ साफ करते रहे। ये दौर अंधेरा होने तक जारी रहा। बच्चों के साथ बड़ों ने भी छतों पर खूब भाक्काटा किया। पूरे दिन मौज मस्ती के लिए लोगों ने छतों पर म्यूजिक सिस्टम लगाकर नये पुराने गीतों का भी लुत्फ उठाया।

आज मनेगी संक्रांति
भले ही सोमवार को लोगों ने संक्रांति मनायी हो लेकिन विद्वानों ने मकर संक्रांति का पर्व 15 जनवरी को ही मनाये जाना शास्त्र सम्मत बताया है। ज्योतिषविद् पं चक्रपाणि भट्ट कहते हैं कि सूर्यदेव ने मकर राशि में प्रवेश 14 जनवरी रविवार को कर लिया। पर मकर संक्राति सूर्य उपासना का पर्व है। इसके चलते मकर संक्रांति अगले दिन 15 जनवरी को मनायी जायेगी।