-एलडीए बोर्ड बैठक में रखा जाएगा प्रस्ताव

-दो हजार वर्ग मीटर तक के भूखंड पर बन सकेंगे 20 फ्लैट

LUCKNOW :

राजधानी में छोटे भूखंडों पर भी फ्लैट बनाने की मंजूरी मिल सकती है। सात मई को होने वाली एलडीए की बैठक में इसे हरी झंडी मिलने के आसार हैं। जिसके बाद दो हजार वर्ग मीटर के भूखंड पर 20 फ्लैट बनाने को मंजूरी मिल जाएगी। एलडीए से मानचित्र पास कराने के बाद यह संभव होगा।

अब तक तीन मंजिला को ही मंजूरी

एलडीए की ओर से अब तक 150 से 2 हजार वर्ग मीटर के एरिया में सिर्फ तीन मंजिला मकान बनाने की ही अनुमति दी जाती है। एलडीए में अब भवन उपविधि 2016 को लागू करने की तैयारी में है। जिससे आवासीय प्लॉट पर फ्लैट बनाए जा सकेंगे। एलडीए के मुख्य नगर नियोजक नितिन मित्तल ने बताया कि इस उपविधि को अभी तक एलडीए में लागू नहीं किया गया था। इस बार होने जा रही बोर्ड बैठक में इस प्रस्ताव को तैयार किया गया है। अगर इस प्रस्ताव को बोर्ड से मंजूरी मिल जाती है तो एक प्लांट पर 20 फ्लैट बनाने की अनुमति मिल जाएगी।

न्यूनतम एरिया 65 वर्ग मीटर

एलडीए सूत्रों के अनुसार इन फ्लैटों का न्यूनतम एरिया 65 वर्ग मीटर रखना होगा। जबकि 300 वर्ग मीटर के प्लॉट के हर तल पर एक फ्लैट की अनुमति दी जाएगी। इससे बड़े प्लॉट पर 300 वर्ग मीटर के बाद आप हर 100 वर्ग मीटर पर एक फ्लैट बनवा सकेंगे। इसके अलावा 300 वर्ग मीटर से बड़े प्लॉट पर चार मंजिला इमारत खड़ी करने की अनुमति भी दी जा सकेगी।

ये भी आएंगे प्रस्ताव

बोर्ड बैठक में एलडीए अमौसी एयरपोर्ट के विस्तार के लिए जमीन अधिग्रहण को भी मंजूरी देगा। कैबिनेट पहले ही इसे हरी झंडी दे चुकी है। एलडीए उपाध्यक्ष पीएन सिंह का कहना है कि शान-ए-अवध और अन्य नीलामियों से मिले बजट को इसमें खर्च किया जाएगा। इसके अलावा एलडीए लोहिया इंस्टीट्यूट परिसर से एकेडमिक ब्लॉक भवन के बीच सब-वे को भी मंजूरी देगा। इससे दोनों भवन आपस में कनेक्ट हो जाएंगे और स्टूडेंट्स और डॉक्टर्स को बाहर से होकर नहीं जाना पड़ेगा।

फ्लाई ऐश से होगा निर्माण

एलडीए प्रदूषण कम करेन और योजनाओं की लागत को कम करने के लिए एक और बड़ा निर्णय लेने जा रहा है। जिसमें एलडीए की योजनाओं में हो रहे निर्माण कार्य को फ्लाई ऐश से बनी ईटों से ही कराएगा।

ये प्रस्ताव भी शामिल

-एलडीए संपत्तियों का पीपीपी मॉडल पर होगा विकास

-जानकीपुरम योजना के सेक्टर जे विस्तार के अंश भाग पर पुनर्नियोजन कर तैयार किये गए एवं व्यवसायिक भूखंड से संबंधी तलपट मानचित्र का अनुमोदन।

-यूपी एस्बेस्ट्स लिमिटेड, मऊ, मोहनलालगंज की भूमि का भू-उपयोग आवासीय से औद्योगिक में परिवर्तन।

-बसंतकुंज, और कानपुर रोड से मामलों का निस्तारण सहित अन्य मामले।