- पब्लिक, जनप्रतिनिधियों और गवर्नमेंट के सामंजस्य से ही विकास संभव

- हर वर्ग को शिक्षा, मलिन बस्तियों में विकास और भ्रष्टाचार का अंत भी एजेंडे में शामिल

LUCKNOW

74वें संशोधन पर चर्चा करने के लिए एक मंच पर साथ आए प्रदेश भर के मेयर ने एक स्वर में महिलाओं और स्टूडेंट्स की सुरक्षा पर जोर दिया। सभी ने अपने-अपने शहर में तैयार किए जा रहे सुरक्षा चक्रव्यूह की जानकारी दी। साथ ही कई मेयर ने स्पष्ट रूप से कहा कि पब्लिक, जनप्रतिनिधियों और गवर्नमेंट के सामंजस्य के बिना विकास संभव नहीं। वहीं लगभग सभी मेयर के एजेंडे में शिक्षा, मलिन बस्तियों में विकास और निगम में भ्रष्टाचार का अंत भी शामिल है। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट के रिपोर्टर अभिषेक मिश्रा से मेयर ने अपने एजेंडों के बारे में खुलकर बातचीत की

1-अहसास हो, हम श्रीकृष्ण की नगरी में हैं

मथुरा/वृंदावन से मेयर डॉ। भूवेश आर्य वंदु ने कहा कि हमारी ओर से प्लानिंग की जा रही है कि भगवान श्रीकृष्ण की नगरी के प्राचीन स्वरूप को डेवलप किया जाए। इसके लिए चार एंट्री प्वाइंट्स तैयार कराए जाएंगे, जिनसे शहर में दाखिल होते ही अहसास हो कि हम भगवान श्रीकृष्ण की नगरी में हैं। महिलाओं के लिए सुरक्षा प्लान भी तैयार कराया जा रहा है।

2-वार्डो में बन रहीं समितियां, महिलाएं करेंगी लीड

फिरोजाबाद की मेयर नूतन राठौर का कहना है कि पहली बार मेयर बनी हूं। चुनाव से पहले ही तय कर लिया था कि अगर जीती तो सबसे पहले महिलाओं की सुरक्षा के लिए कदम आगे बढ़ाऊंगी। हम अपने सभी 70 वार्ड में समितियां बना रहे हैं, जिन्हें महिलाएं ही लीड करेंगी। महिलाओं के अधिकारों का हनन नहीं होने दिया जाएगा।

3-हमारे पास भी हैं एक्शन प्लान

लखनऊ मेयर संयुक्ता भाटिया तो पहले से ही महिलाओं की सुरक्षा के लिए कोई योजनाएं बना चुकी हैं, जिन्हें जल्द क्रियांवित कर दिया जाएगा। मेयर का कहना है कि जल्द ही शहर के प्रमुख प्वाइंट्स पर सीसीटीवी लगाए जाएंगे। साथ ही प्रमुख मार्गो पर मार्ग प्रकाश व्यवस्था भी दुरुस्त कराई जा रही है। जिससे रात में महिलाओं को समस्या न हो।

4-विकास के लिए सबका साथ जरूरी

सहारनपुर से मेयर संजीव वालियान का कहना है कि जब तक जनता, जनप्रतिनिधि और गवर्नमेंट एक साथ मिलकर कदम आगे नहीं बढ़ाती, तब तक विकास की परिकल्पना संभव नहीं। पूरा प्रयास किया जा रहा है कि जनता को किसी भी सुविधा के लिए इंतजार नहीं करना पड़े। हमारा पूरा फोकस सफाई और पेयजल व्यवस्था पर है।

5-सुबह 4 बजे से की मेहनत, तब शहर बना ओडीएफ

कानपुर मेयर प्रमिला पांडेय के चेहरे पर कानपुर को ओडीएफ घोषित किए जाने की खुशी झलक रही थी। उन्होंने कहाकि सुबह चार बजे घर से निकलते थे, लोगों को समझाते थे, तब कहीं जाकर शहर ओडीएफ हुआ। अब उनका लक्ष्य मलिन बस्तियों में विकास और हर वर्ग को शिक्षा दिलाना है। उन्होंने कहाकि शहर को स्वच्छ रखने में जनता सहयोग कर रही है।

6-स्कूली बच्चों ने 351 से 36वीं रैंक तक पहुंचाया

स्वच्छता सर्वेक्षण 2018 में आई गाजियाबाद की 36वीं रैंक से मेयर आशा शर्मा खुश हैं। उन्होंने कहा कि शहर की जनता खासकर स्कूली बच्चों की मेहनत रंग लाई। हमारी अपील को स्कूली बच्चों ने जनता तक सफलतापूर्वक पहुंचाया। उन्होंने साफ कहा कि महिलाओं को सुरक्षित माहौल देने के लिए कई बिंदुओं पर होमवर्क किया जा रहा है।

7-स्टूडेंट मित्र का दिखा असर

बरेली से मेयर डॉ। उमेश गौतम ने भी महिला सुरक्षा को लेकर कदम उठाए जाने की बात कही। उन्होंने बताया कि छात्राओं को जूडो और मार्शल आर्ट की ट्रेनिंग दिलाई जा रही है। पैरेंट्स और स्कूली बच्चों के लिए स्टूडेंट मित्र एप लांच किया है। इस एप की मदद से बच्चा या पैरेंट स्कूल से जुड़ी कोई भी शिकायत दर्ज करा सकता है।

8- भ्रष्टाचार का करेंगे खत्मा

आगरा से मेयर नवीन जैन का कहना है कि भ्रष्टाचार को समाप्त करना ही हमारा प्रथम उद्देश्य है। इसके लिए जनता को भी जागरुक होना होगा। महिलाओं की सुरक्षा के लिए भी एक्शन प्लान पर होमवर्क जारी है।