शाह आलम, मलेशिया (एएफपी)। उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन के भाई किम जोंग नाम को मलेशिया में जहर देकर मारने के आरोप में फंसी इंडोनेशियाई महिला सीती अइसा को डेढ़ साल तक चले मुकदमे के बाद मलेशिया की अदालत ने सोमवार को रिहा कर दिया है। बता दें कि सीती को वियतनामी महिला के साथ फरवरी 2017 में कुआलालंपुर हवाई अड्डे पर किम जोंग नाम की हत्या के आरोप में पकड़ा गया था। रिहा होने के बाद अइसा ने कहा, 'मुझे खुशी है। मुझे नहीं पता था कि ऐसा होगा। मुझे इसकी उम्मीद नहीं थी।' मलेशिया में शाह आलम हाई कोर्ट के इस फैसले को आश्चर्यजनक माना जा रहा है।

असली कातिलों को पकड़ नहीं पाए अधिकारी

बता दें कि 25 वर्षीय इंडोनेशियाई महिला सीती अइसा शुरू से ही अदालत में यह कह रही थी कि उसने यह हत्या नहीं की है, उसका कहना था कि उसे उत्तर कोरिया के कुछ एजेंटों ने मुर्ख बनाकर इस हत्या में शामिल किया था। किम जोंग नाम की हत्या VX नाम के एक खतरनाक जहर से की गई थी। अदालत में सीती के वकील ने कहा कि उसे इस मामले में बलि का बकरा बनाया गया है, अधिकारी अभी तक असली कातिलों को पकड़ नहीं पाए हैं। बता दें कि इस हत्या में इंडोनेशियाई और एक वियतनामी महिला  के साथ चार उत्तर कोरियाई नागरिक भी आरोपी हैं, जो मर्डर के तुरंत बाद मलेशिया से फरार हो गए थे।

इंडोनेशिया वापस जा सकती हैं सीती

शाह आलम हाई कोर्ट के जज अजमीन आरिफिन ने कहा, 'सीती को छोड़ा जा रहा है, अब वह अपने देश वापस लौट सकती हैं।' इसके बाद मलेशिया में इंडोनेशिया के राजदूत रसडी किरण ने अदालत के बाहर संवाददाताओं से कहा, 'हम अदालत के फैसले से खुश हैं। हम आज या जल्द से जल्द सीती को इंडोनेशिया वापस भेजने की कोशिश करेंगे।'

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