बामाको, माली (एएनआई)। माली में डोगन जातीय समूह के एक गांव में अज्ञात बंदूकधारियों ने रविवार रात को अंधाधुंध गोलीबारी की, जिसमें कम से कम 95 लोग मारे गए हैं। संघ कम्यून के मेयर ने बताया कि हथियारबंद हमलावरों ने गांव में पहले आग लगाई और जब लोग इससे बचकर भागने लगे तो उन्होंने उनपर गोलियां चलानी शुरू कर दी। मरने वालों की संख्या अभी बढ़ सकती है क्योंकि इस घटना के बाद 19 लोग लापता हैं। फिलहाल, इस हमले की जिम्मेदारी किसी भी आतंकी समूह ने नहीं ली है। हालांकि, देश में डोगन और फुलानी जातीय समूहों के लोग अक्सर आपस में जमीन और पानी के लिए झगड़ते रहते हैं। इस घटना के बाद भारी संख्या में सुरक्षाबलों को तैनात कर दिया गया है। इस गांव में कुल 300 लोग रहते हैं।

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डोगन के हमले में मारे गए थे 150 लोग

इस साल की शुरुआत में इसी तरह के एक हमले में फुलानी समुदाय के कम से कम 150 लोग मारे गए थे। कथित तौर पर यह हमला डोगन जातीय समूह द्वारा किया गया था। पीड़ितों में ज्यादातर बच्चे थे। डोगन समुदाय के लोग फुलानी पर स्थानीय जिहादी समूहों से संबंध रखने का आरोप लगाते हैं, जबकि फुलानी का दावा है कि माली की सेना ने डोगन्स को उन पर हमला करने के लिए हथियार मुहैया कराए हैं। बता दें कि 16 मई को, संयुक्त राष्ट्र के शांति मिशन ने माली में बताया था कि जनवरी 2018 में मोप्ती और सेगौ क्षेत्रों में फुलानी समुदाय पर हुए हमलों में कम से कम 488 मौतें दर्ज की गई हैं।

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