-कई संस्थाओं ने जमीन आवंटित कराके खाली छोड़ दिया था, अब मेलाधिकारी ने उठाया कड़क कदम

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PRAYAGRAJ: कुंभ मेला के दौरान जिन संस्थाओं ने मेला प्रशासन से जमीन का आवंटन कराकर छोड़ दिया, उनके खिलाफ मेला प्रशासन ने निगाहें टेढ़ी कर ली हैं। मेला अवधि में प्रत्येक सेक्टर में जमीन खाली होने की शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए उन्हें हमेशा के लिए ब्लैक लिस्ट करने का निर्णय लिया गया है। इसके लिए मेलाधिकारी विजय किरण आनंद ने बीस सेक्टर मजिस्ट्रेट को सर्वे करने की जिम्मेदारी सौंपी है। सेक्टर मजिस्ट्रेट अपने-अपने सेक्टरों में चार मार्च तक सर्वे करके अपनी रिपोर्ट मेलाधिकारी को सौंपेंगे। इसके बाद ब्लैक लिस्ट करने की कार्रवाई की जाएगी।

3200 हेक्टेयर में बसाया गया मेला

दिव्य कुंभ, भव्य कुंभ को विस्तार देते हुए इस बार प्रयागराज मेला प्राधिकरण ने मेला का एरिया 3200 हेक्टेयर किया था। इसके तहत फाफामऊ से लेकर अरैल एरिया तक और झूंसी छतनाग से लेकर परेड ग्राउंड तक जमीन का आवंटन किया गया था। साथ ही पूरे मेला एरिया को बीस सेक्टरों में विभाजित किया गया। प्रत्येक सेक्टर में एक-एक सेक्टर मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई है।

मिली हैं शिकायतें

मीडिया सेंटर में सोमवार को माघी पूर्णिमा स्नान पर्व से पहले हुई पत्रकार वार्ता में मेलाधिकारी विजय किरण आनंद ने बताया कि इस बात की हमें खूब शिकायतें मिली हैं कि संस्थाओं ने जमीन लेकर उसे छोड़ दिया है। अभी यह आकंड़ा नहीं बताया जा सकता, क्योंकि सेक्टर मजिस्ट्रेटों और थर्ड पार्टी के जरिए पूरे मेला एरिया का सर्वे कराया जा रहा है। सर्वे में जिन संस्थाओं की संलिप्तता पाई जाएगी उनको हमेशा के लिए ब्लैक लिस्ट किया जाएगा।

इन सेक्टरों में रहा ज्यादा सन्नाटा

-इस बार कुंभ मेला में सेक्टर सात से लेकर सेक्टर दस के बीच में अधिकतर जमीन खाली पड़ी हुई थी।

-21 जनवरी को पौष पूर्णिमा स्नान पर्व से कल्पवास शुरू होने के बाद भी इन सेक्टरों में दूर-दूर तक सन्नाटा पसरा हुआ था।