किच्चे जोगा सुकमा जिले में भाजपा के महासचिव हैं और कहा जा रहा है कि उन्हें दोरनापाल के पास गोल्गुन्दा गाँव से अगवा किया गया है। दोरनापाल से ही मोचाकी नाम के एक व्यवसायी का भी अपहरण किया गया है।

माओवादियों की ये कार्रवाई दंतेवाड़ा के किरंदुल में उनके हमले के 24 घंटों के अन्दर अंजाम दी गई है। रविवार की देर रात माओवादियों नें घात लगारकर केंद्रीय ओद्योगिक सुरक्षा बल यानी सीआईएसएफ़ के छह जवानों सहित कुल सात लोगों की गोली मार कर हत्या कर दी थी। पुलिस का कहना है कि अकेले सुकमा जिले में ही माओवादियों नें अपहरण की कई वारदातों को अंजाम दिया है।

सुकमा में बढ़ीं अपहरण की वारदातें

इसमें सुकमा के कलेक्टर एलेक्स पॉल मेनन का अपहरण भी शामिल है। मेनन के अपहरण से पहले माओवादियों नें इसी जिले में छह ग्रामीणों का भी अपहरण किया था। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह का कहना है कि ऐसे समय में जब सरकार माओवादियों की मांगों पर समिति का गठन कर विचार कर रही है, इस तरह की घटनाएँ वार्ता की कोशिशों को झटका पहुंचा रहीं हैं।

खबरें आ रहीं हैं कि माओवादियों नें सोमवार की सुबह से लेकर दोपहर तक दोरनापाल से चिंतलनार तक जाने वाली सड़क पर वाहनों को रोक रोक कर उनकी तलाशी ली। हालांकि पुलिस को माओवादियों द्वारा ली जा रही तलाशी की खबर है मगर पुलिस के अधिकारियों का कहना है कि पुलिस बल का वहां जाना घातक साबित हो सकता था क्योंकि पूरे इलाके में बारूदी सुरंगों का जाल बिछा हुआ है।

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