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GORAKHPUR: गोरखपुर के चंपा देवी पार्क में समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और राष्ट्रीय लोक दल के गठबंधन की रैली सोमवार को हुई. इसमें तीनों पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्षों के निशाने पर केंद्र और प्रदेश सरकार के साथ पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ रहे. तीनों नेताओं ने छठवें फेज तक बीजेपी के साफ होने का दावा किया और सातवें फेज में बढ़-चढ़कर वोट डालने के साथ गठबंधन प्रत्याशियों के पक्ष में वोट करने की अपील की. मायावती ने कहा कि अब देश की जनता नमो-नमो की छुट्टी कर चुकी है और जय भीम लाने वाली है.

माया के निशाने पर बीजेपी और कांग्रेस

सभा की शुरुआत बसपा सुप्रीमो मायावती ने की. पहले उन्होंने धूप में खड़े होकर सुनने आए कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाया. इसके बाद अपनी बातें रखते हुए मायावती ने कहा कि गठबंधन तोड़ने के लिए विपक्षी भ्रम फैला रहे हैं. उन्हें मैं बता देना चाहती हूं कि यह मजबूत और टिकाऊ गठबंधन है. मायावती ने कहा कि छह चरणों के चुनाव के बाद बीजेपी की नींद उड़ गई है. उनके ढीले, लटके और मुरझाए चेहरों को देखकर इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है.

राजनीतिक लाभ के लिए बन गए पिछड़े

उन्होंने कहा कि पीएम सहानुभूति के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपना रहे हैं. कभी अपनी जाति बता रहे हैं तो कभी खुद को गरीब बता रहे हैं. पांच साल तक गरीबों को लूटने के बाद फकीर होने का नाटक कर रहे हैं. राजनीतिक लाभ के लिए वह अति पिछड़े बन गए. असली ओबीसी आपके बीच बैठे अखिलेश यादव हैं. वह फर्जी हैं, इसलिए उनको सभी नकली और फर्जी नजर आ रहे हैं. कांग्रेस पर हमलावर होते हुए मायावती ने कहा कि आजादी के बाद इनके हाथों में सत्ता रही है. मगर गलत नीतियों की वजह से इन्हें सत्ता से बाहर होना पड़ा है.

बहकावे में नहीं आना

मायावती ने कहा कि नोटबंदी और जीएसटी को बिना तैयारी के लागू कर दिया. गरीबी और बेरोजगारी बढ़ गई. मध्यम वर्ग का व्यापारी दुखी है. अर्थव्यवस्था पर बुरा प्रभाव पड़ा है. सीमाएं सुरक्षित नहीं हैं. आंतकी हमले लगातार हो रहे हैं, जवान शहीद हो रहे हैं. अब यह उसको भी भुनाने में लग गए हैं. अगर गठबंधन का प्रधानमंत्री बनता है तो हर माह छह हजार देने के बजाए स्थायी रोजगार की व्यवस्था की जाएगी. आखिरी में उन्होंने गठबंधन के प्रत्याशियों के पक्ष में मतदान करने की अपील की.

उत्साह बता रहा है फिर जीत के लिए तैयार

मंच पर अखिलेश यादव पहुंचे तो नारे और तालियों के बीच जनता ने उनका स्वागत किया. पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने कहा कि उत्साह बता रहा है कि गोरखपुर एक बार फिर जीतने के लिए तैयार है. यही वह पार्क है, जहां उप चुनाव की जनसभा हुई थी, इसके बाद गोरखपुर ने इतिहास रचा था. इस बार भी गठबंधन की आंधी में कोई बचने वाला नहीं है. उपचुनाव में सिर्फ बीएसपी ने बाहर से समर्थन दिया था, इस बार बसपा सुप्रीमो खुद यहां आई हैं तो सोचो क्या होगा. अखिलेश ने कहा कि यह जो हार रहे हैं इससे उनकी भाषा बदल गई है. इनसे पांच साल का नहीं पूरे सात साल का हिसाब लेना है. पांच साल दिल्ली के और दो साल यूपी के.

सरकार निकलेगी मासूमों की कातिल

पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने आगे कहा कि किसान की आय दोगुनी करने का इन्होंने वादा किया था, लागत से डेढ़ गुना मुनाफे की बात कही थी, कितने लोगों को मुनाफा मिला. लोगों को रोजगार के सपने दिखाए गए, मगर अब लोग बेरोजगार होकर घर बैठने को मजबूर हैं. अखिलेश ने बीआरडी में हुई बच्चों की मौत को याद दिलाते हुए कहा कि बच्चों की मौत के मामले में अगर सही से जांच की गई, तो सरकार ही इसकी दोषी निकलेगी. डॉ. कफील का नाम लिए बगैर अखिलेश ने कहा कि जिन लोगों पर इन्होंने मुकदमा दर्ज कराया था, आज उन्हें सुप्रीम कोर्ट ने इज्जत दे दी है. 100 नंबर दिया था ताकि लोगों की मदद हो, लेकिन उसे भी बर्बाद कर दिया.

क्या काम किया नहीं बता रहे हैं

अखिलेश ने उपचुनाव का जिक्र करते हुए कहा कि इन लोगों ने उपचुनाव में सांप और छछुंदर बताया था, इनका क्या हुआ. अब यह कहते हैं कि संविधान न होता तो गाय-भैंस चरा रहे होते. मैं कहता हूं कि मुझे काम चलाना होगा तो दूध, दही और घी से काम चला लेंगे. अगर संविधान नहीं होता तो बाबा मुख्यमंत्री मठ में बैठकर घंटा बजा रहे होते. आरक्षण छीन लिया, छल कर सत्ता में आना चाहते हैं. वह पांच साल में क्या काम किया, इसके बारे में नहीं बता रहे हैं. गठबंधन देश को नया पीएम देने जा रहा है. यह कह रहे हैं कि आतंकवाद को खत्म कर देंगे, मगर जो एक फौज के सिपाही से डर गया, वह कैसे आतंकवाद का खत्मा करेगा. उन्होंने गोरखपुर के सांसद पर भी तंज कसते हुए कहा कि गठबंधन ने मेहनत कर सांसद बनवाया था. उसने लाठी खाई थी, अभी दर्द भी ठीक नहीं हुआ होगा. वही कहते थे कि बीजेपी ने आरक्षण छीन लिया. कहते थे हमारा शोषण हो रहा है. न जाने उन्हें मठ से कौन सा प्रसाद मिल गया, जिससे उन्होंने साथ छोड़ दिया. टोटी का जिक्र करते हुए अखिलेश ने कहा कि आज सत्ता आपकी है, कल हमारी होगी. आपने हमको टोटी के नाम पर बदनाम कर दिया. अब हमारी बारी आएगी तो यही अधिकारी आपके घर जाएंगे और तब तक ढूंढेंगे, जबतक वहां से चिलम न मिल जाए. अखिलेश ने भी कांग्रेस को निशाने पर लेते हुए कहा कि जो बीजेपी है, वह कांग्रेस है और जो कांग्रेस है, वह बीजेपी. इसलिए सबसे सावधान रहकर अपना वोट करें.

 

झूठा गरीब है मोदी: अजीत सिंह

राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष अजीत सिंह भी पहुंचे. वह बीजेपी पर पूरी तरह से हमलावर नजर आए. उन्होंने पीएम पर निशाना साधते हुए कहा कि मोदी कहते हैं कि वह गरीब हैं, मगर उनके कपड़े देखें, गाड़ी देखें, वह किस तरह से गरीब हैं. असल में वह झूठा गरीब है. गाय मर रही है, सड़कों पर भी और गौशाला में भी, उनकी हाय लगेगी. अजीत सिंह ने कहा कि सरकार ने दो करोड़ रोजगार देने का वादा किया था. स्मार्ट सिटी और बुलेट ट्रेन के सपने दिखाए थे, कुछ भी सपना सच हुआ क्या? लोगों से पूछते हुए अजीत ने कहा कि झूठे आदमी को प्रधानमंत्री बनाओगे. उन्होंने कहा कि 2014 में मोदी ने जनता से कहा था कि गंगा मईया ने बुलाया है. अब गंगा मईया कह रही है कि यूपी में नहीं देखना है, गुजरात वापस भेजना है.

झलकियां

मायावती ने कहा पहले वोट, फिर जलपान

चुनावी भाषण खत्म करने के बाद मायावती ने लोगों से वोट डालने की अपील की. उन्होंने महिलाओं से मुखातिब होते हुए कह कि पहले उठते के साथ अपने पति को लेकर पोलिंग बूथ्स पर जाएं और वहां वोट डालें. इसके बाद घर में आए और जलपान करें.

 

हेलीकॉप्टर देखने के लिए हुजूम

अखिलेश और मायावती अलग-अलग हेलीकॉप्टर से सभा स्थल पहुंचे. वहीं बगल में ही हैलीपैड बनाया गया था. हैलीकॉप्टर की आवाज सुनते ही वहां भीड़ लग गई. वहीं रैली खत्म होने के बाद जब तक हेलीकॉप्टर चला नहीं गया, लोग वहीं नजरे जमाए खड़े नजर आए.