RANCHI : सिटी में सीवरेज-ड्रेनेज के नाम पर लंबे समय से खोद कर छोड़ दिए गढ्डे अगर 15 दिसंबर तक नहीं भरे गए तो संबंधित एजेंसी, ठेकेदार और अधिकारियों पर एक्शन लिया जाएगा। मेयर आशा लकड़ा ने शुक्रवार को रांची नगर निगम के अधिकारियों के साथ मीटिंग में कड़े तेवर दिखाए। उन्होंने कहा कि सीवरेज-ड्रेनेज बनाने के लिए कई इलाकों में गढ्डे खोदकर छोड़ दिए गए हैं। इस वजह से आए दिन हादसे होते रहते हैं। लोगों को आने-जाने में मुश्किलें होती हैं, लेकिन इसे भरने के लिए कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है तो बेहद शर्मनाक है।

जवाब नहीं दे सके इंजीनियर्स

सिटी में सीवरेज-ड्रेनेज का नक्शा देख उन्होंने इंजीनियर्स से पूछा कि कहां-कहां पाइपलाइन बिछाने का काम चल रहा है। इस पर बैठक में मौजूद इंजीनियर कोई जवाब नहीं दे सके। मेयर ने कहा कि खुद जाकर स्पॉट पर काम को देखें। असिस्टेंट और जूनियर इंजीनियरों की रिपोर्ट देखने से काम नहीं चलेगा। वहीं इंजीनियरों को जमकर फटकार लगाई।

मंत्री ने फटकारा तो काम शुरु

मेयर ने कहा कि पूरे शहर की हालत खराब है। एजेंसी को जब नगर विकास मंत्री ने फटकार लगाई तो वार्ड 30 और 31 में काम तेजी से पूरा कर लिया गया। वहीं पानी डालकर ड्रेन होल को भी दिखा दिया कि अच्छे से काम हो रहा है। बाकी पूरे शहर में लोग गढ्डे से त्रस्त है। उन्होंने एजेंसी से पूछा कि जब मंत्री की फटकार मिलेगी तभी एजेंसी काम करेगी?

नहीं बिछी पाइपलाइन, रोड का काम अटका

नगर निगम क्षेत्र के कई इलाकों में सिवरेज-ड्रेनेज का पाइपलाइन बिछाया जाना है। इस वजह से ही 14वें वित्त आयोग के फंड से बनने वाली सड़क का काम अटक गया है। मेयर ने कहा कि जबतक पाइपलाइन नहीं बिछाई जाएगी तो सड़क का काम नहीं हो सकेगा। इसलिए एजेंसी जल्द से जल्द काम खत्म करें।

सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का काम भी धीमा

डिप्टी मेयर संजीव विजयवर्गीय ने मीटिंग ने कहा कि 358 करोड़ की सिवरेज-ड्रेनेज की योजना के तहत 192 किलोमीटर काम किया जाना था। लेकिन काम आज भी आधा अधूरा हीं हो पाया है। 104 किलोमीटर का जो काम करने का एजेंसी दावा कर रही है उसे 15 दिनों के अंदर पूरा कर रिपोर्ट देने को कहा गया है। सिवरेज-ट्रीटमेंट प्लांट के काम की रफ्तार भी धीमी है जिससे कि लोगों को परेशानी हो रही है।