-आईएसबीटी के पास तैयार एचआईजी के करीब डेढ़ सौ फ्लैट्स मौजूद

कई प्रयासों के बावजूद एमडीडीए नहीं बेचे पाया ये फ्लैट्स

देहरादून, भले ही मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण आम लोगों के अलावा पीएम आवास योजना के तहत आवास बना रहा है, लेकिन कुछ साल पहले प्राधिकरण ने आम लोगों को बेचने के लिए जो एचआईजी फ्लैट्स बनाए थे, वे अब तक नहीं बिक पा रहे हैं। एमडीडीए अब इन फ्लैट्स को बेचने के लिए प्राइवेट बिल्डर्स का सहारा ले रहा है।

कई बार किए जा चुके हैं प्रयास

प्राधिकरण मुख्यालय से कुछ दूरी पर कुछ साल पहले थ्री बीएचके फ्लैट्स तैयार किए गये थे। इनकी संख्या करीब 338 के आसपास बताई गई है, लेकिन लाख प्रयासों के बावजूद अब तक इनमें करीब डेढ़ सौ फ्लैट्स बिक नहीं पाये हैं। प्राधिकरण के अधिकारियों का कहना है कि प्राइवेट बिल्डरों की तुलना में ये फ्लैट्स सस्ते और टिकाऊ भी हैं, इसके बावजूद ये बिक क्यों नहीं पा रही हैं, यह बात अधिकारियों के समझ में नहीं आ रही है, जबकि कई बार आवेदन आमंत्रित किए जाने के बावजूद इनकी सेल नहीं हो पा रही है। इनकी कीमत 65 लाख रुपए से अधिक की बताई गई है। ऐसे में अब प्राधिकरण से प्राइवेट बिल्डर्स से संपर्क साधना शुरू कर दिया है। प्राधिकरण का मानना है कि इन फ्लैट्स की बिक्री हो जाए, तो इस धनराशि से दूसरे फ्लैट्स के निर्माण में किया जा सकेगा। एमडीडीए के सुपरिटेंडेंट इंजीनियर संजीव जैन का कहना है कि प्राधिकरण इस पर मंथन कर रहा है।

आज से जनसुनवाई

एमडीडीए ने हर सप्ताह में पहले ही एक दिन हर वेडनसडे को जनसुनवाई के लिए निर्धारित किया है। इसी क्रम में आज तीन सेक्टरों 10, 11 व 12 के लिए अधिकारी व कर्मचारी मुख्यालय पर ही जनसुनवाई करेंगे। सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक होने वाली जनसुनवाई में लोगों से दस्तावेजों के साथ उपस्थित होने का आग्रह किया गया है।

आवंटित नहीं हो पाये आवास

बीते 17 दिसंबर को नगर निगम ऑडिटोरियम में पीएम आवास योजना के तहत ट्रांसपोर्ट नगर फेज-2 के 224 आवासों के हुए लक्की ड्रा में अब तक पात्रों को आवास आवंटित नहीं हो पाए हैं। जिस कारण प्राधिकरण के पीएम आवास योजना के दूसरे प्रोजेक्ट आमवाला तरला पर अब तक ब्रेक लगा हुआ है। एमडीडीए के अधिकारियों का कहना है कि नगर निगम के फिजिकल वैरीफिकेशन पूरा होने के बाद ही पात्रों को आवासों की चाबी सौंपी जाएगी। इधर, बताया जा रहा है कि निगम ने अब तक इन पात्रों का फिजिकल वैरीफिकेशन अब तक शुरु नहीं किया है। जबकि निगम मुख्यालय में दूसरे प्रोजेक्ट के पात्रों का आने का सिलसिला जारी है। ये पात्र लगातार पूछ रहे हैं कि आखिर कब दूसरी योजना का ड्रा कब तक हो पाएगा। आमवाला तरला में 240 आवास बनकर तैयार हैं। एमडीडीए अधिकारियों का कहना है कि ट्रांसपोर्ट नगर फेज-2 का जैसे ही फिजिकल वैरीफिकेशन पूरा हो जाएगा, आवंटन शुरु कर दिया जाएगा। लेकिन इस वैरीफिकेशन में कुछ गलत पाया जाता है तो वेटिंग में चल रहे 45 लोगों को इसका लाभ मिल जाएगा। वहीं सहस्त्रधारा रोड स्थित आमवाला तरला में तैयार हुए ईडब्ल्यूएस के आवासों के लिए करीब 816 पात्रों की शार्ट लिस्टिंग पूरी हो चुकी है।