RANCHI : मेकॉन प्रबंधन मुख्यमंत्री का आदेश मानने से इनकार कर दिया है। मामला मेकॉन कॉलोनी में निजी जमीन पर रह रहे एक परिवार के बिजली कनेक्शन से जुड़ा है। इस संबंध में उक्त प्लॉट में रह रहे फुलजेन्स होरो ने मुख्यमंत्री रघुवर दास को एक आवेदन दिया है।

70 सालों से रह रहा है परिवार

आवेदन में कहा गया है कि 70 सालों से वे लोग उस पुश्तैनी जमीन पर रह रहे हैं। पुश्तैनी जमीन पर रहने के कारण उन्हें बिजली जैसी बुनियादी सुविधाओं से वंचित रखा जा रहा है। इस संबंध में जब भी मेकॉन प्रबंधन से मिलकर बात करने की कोशिश की गई तो उन्हें वहां से भगा दिया गया। जबकि उसी निजी जमीन पर एक अन्य व्यक्ति को बिजली का कनेक्शन दे दिया गया है, जबकि उसका परिवार अंधेरे में रह रहा है।

गार्ड देते हैं धमकी

फुलजेन्स होरो का कहना है कि कई बार गार्ड उसके घर पर धमक चुके हैं। जबकि मेकॉन प्रबंधन को सरकार ने जांच कर बिजली देने का आदेश दिया है। लेकिन गार्ड वहां आते हैं और गेट पर ताला लगाने की धमकी देकर चले जाते हैं। गार्ड द्वारा उनलोगों से आधार कार्ड और जमीन के कागजात मांगे जाते हैं। कागजात नहीं दिखाने पर उन्हें वहां से हटाने की धमकी देते हैं।

मुख्यमंत्री सचिवालय से मिला था आदेश

आवेदन के आधार पर मुख्यमंत्री सचिवालय व सरकार के अवर सचिव आलोक कुमार ने मेकॉन प्रबंधन को आदेश दिया था कि उक्त परिवार को बिजली कनेक्शन दिया जाए। इस संबंध में आलोक कुमार के माध्यम से डीजीएमआई/सी मेकॉन प्रबंधन को समुचित कार्रवाई करने का आदेश दिया गया था। अवर सचिव ने डोरंडा के विद्युत आपूर्ति क्षेत्र के कार्यपालक अभियंता को भी निर्देश दिया था। साथ ही साथ मुख्यमंत्री सचिवालय को सूचना देने की बात भी कही थी।

कोट

मेकॉन कॉलोनी में निजी जमीन पर कोई परिवार भी रहता है। इसकी मुझे कोई जानकारी नहीं है। फिर भी, इस संबंध में मैं जांच करा लेती हूं कि आखिर उस परिवार को बिजली मुहैया क्यों नहीं कराई जा रही है।

एएसडब्ल्यू विश्वास, ज्वांइट जेनरल मैनेजर, मेकॉन लिमिटेड