छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र: महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज अस्पताल में दवाइयों की काफी कमी है। मनोरोग विभाग में बीते पंद्रह दिनों से आधे से अधिक दवाइयां खत्म हो गई हैं। इसके कारण मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। मनोरोग ओपीडी में कुल 15 दवाइयों की सूची लगी हुई है लेकिन इसमें सिर्फ पांच दवाइयां ही उपलब्ध हैं। ओपीडी में रोजाना 80 से 90 मरीज पहुंचते हैं। दवा नहीं मिलने के कारण कर्मचारियों में आक्रोश है। उनका कहना है कि विभाग की लापरवाही की सजा उन्हें भुगतनी पड़ रही है। अधिकांश मरीजों की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण वह बाहर से दवा खरीदने में असमर्थ हैं। पूर्वी सिंहभूम जिले में मानसिक रोगियों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। अब तक 11 हजार से अधिक मरीजों का रजिस्ट्रेशन हो चुका है।

अबतक नहीं बन सका वार्ड

एमजीएम कॉलेज में 10 बेड का मनोचिकित्सक वार्ड खुलना है लेकिन अबतक नहीं खुल सका है। पदाधिकारियों का कहना है कि जगह के अभाव के कारण वार्ड खोलने में दिक्कत हो रही है। गंभीर मरीजों को भर्ती करने की सुविधा जमशेदपुर में नहीं है। वैसे मरीजों को रांची रेफर करना मजबूरी है।

दवाओं का आर्डर दिया जा चुका है। उम्मीद है कि जल्द ही सभी तरह की दवाएं मौजूद होगी। ताकि मरीजों को असानी से उपलब्ध कराया जा सके।

- डॉ। बीएन उषा, नोडल पदाधिकारी, जिला मानसिक स्वास्थ्य केंद्र।