RANCHI: रिम्स में शुक्रवार को गवर्निग बॉडी की बैठक हुई, जिसमें हड़ताल के दौरान डंडा भांजने वाली नर्सो को बर्खास्त करने का आदेश दिया गया है। इतना ही नहीं, हॉस्पिटल कैंपस से दवाई दोस्त और कॉफी हाउस को भी हटाने को कहा गया। बैठक में बताया गया कि उनका समय खत्म हो चुका है। ऐसे में अब उन्हें रिम्स में दुकान नहीं चलाने दी जाएगी। इसके अलावा हॉस्पिटल की व्यवस्था सुधारने को लेकर कई अहम निर्णय लिए गए। बैठक में स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी, हेल्थ सेक्रेटरी नितीन मदन कुलकर्णी, सुपरिंटेंडेंट डॉ। विवेक कश्यप के अलावा कई अन्य मौजूद थे। बताते चलें कि कुछ महीने पहले रिम्स में नर्सो ने हड़ताल कर दी थी। इस दौरान उन्होंने इमरजेंसी में मरीजों के परिजनों पर लाठियां भांजी थी। वहीं कुछ मरीजों की इमरजेंसी में इलाज नहीं होने पर मौत हो गई थी।

मिलेगी बेहतर इलाज की सुविधा

हॉस्पिटल में नर्सो की कमी से मरीजों को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है। वहीं छुट्टी पर चले जाने से तो मरीजों को खुद से दवाएं और स्लाइन भी बदलनी पड़ती है। लेकिन जल्द ही इस क्राइसिस से मरीजों को मुक्ति मिल जाएगी। चूंकि एक महीने के अंदर ही 222 नर्सो की बहाली की जाएगी। ये नर्से परमानेंट होंगी। इससे अब रिम्स में इलाज करा रहे मरीजों को बेहतर इलाज की सुविधा मिलेगी।

एक साल बाद मिला परमानेंट डायरेक्टर

एक साल पहले डॉ। बीएल शेरवाल ने डायरेक्टर का पद छोड़ दिया था। इसके बाद से डॉ। आरके श्रीवास्तव प्रभारी डायरेक्टर के पद पर काम कर रहे थे। इस वजह से कई कामों में बाधा आ रही थी। लेकिन एक साल के बाद जीबी ने परमानेंट डायरेक्टर के रूप में डॉ। डीके सिंह की नियुक्ति को मंजूरी दे दी है। अब वह तीन साल के लिए रिम्स डायरेक्टर पद पर रहेंगे।

5 माच्र्युअरी वैन की होगी खरीदारी

हॉस्पिटल में शवों को ले जाने के लिए केवल एक माच्र्युरी वैन है, जिससे जरूरत पड़ने पर मरीजों के परिजनों को माच्र्युअरी वैन ही नहीं मिल पाती। लोगों की इस परेशानी को देखते हुए जीबी ने 5 नई माच्र्युअरी वैन खरीदने का निर्णय लिया है। एक महीने में गाडि़यों की खरीदारी कर ली जाएगी। इसके बाद लोगों को सरकारी दर पर माच्र्युअरी वैन उपलब्ध होगी।

रैन बसेरा के अवैध संचालन का मामला गरमाया

ट्रामा सेंटर के पीछे चल रहे रैन बसेरा के टेंडर का मामला भी सांसद प्रतिनिधि राजकिशोर ने उठाया। उन्होंने कहा कि दो सालों से बिना टेंडर के ही रैन बसेरा का संचालन हो रहा है, जिसका तत्काल टेंडर करने की जरूरत है। लेकिन स्वास्थ्य मंत्री ने इस मामले पर बाद में विचार करने की बात कही और उन्हें शांत करा दिया।