- सीतापुर अस्पताल के सामने की गई बैरीकेडिंग तोड़ी, नगर निगम के गेट पर पुलिस से की नोकझोंक

- मेयर, भाजपा के जिलाध्यक्ष व महानगर अध्यक्ष ने पार्षदों के साथ मिलकर दिया धरना, नगर आयुक्त के खिलाफ नारेबाजी

बरेली : पोर्टेबल दुकानों के आवंटन में हुई गड़बड़ी में एक पार्षद पर हुए केस को लेकर नगर आयुक्त और पार्षदों के बीच कई दिनों से चली आ रही तनातनी थर्सडे को और बढ़ गई. नगर आयुक्त के दफ्तर के बाहर गई दिनों से धरना दे रहे पार्षदों को वहां से हटाने के लिए वेडनेसडे को नगर निगम में धारा 144 लागू कर दी गई थी, लेकिन थर्सडे को मेयर डॉ. उमेश गौतम ने पार्षदों के साथ मिलकर इसका खुलेआम उल्लंघन किया. नगर निगम में पार्षदों को घुसने से रोकने के लिए की गई बैरीकेडिंग और पुलिस को धता बताकर मेयर और पार्षद जबरन नगर निगम पहुंचे और धरने पर बैठ गए. इस दौरान भाजपा के महानगर अध्यक्ष डॉ. केएम अरोड़ा व जिलाध्यक्ष रविंद्र राठौर भी धरना में शामिल थे.

यहां थी बैरीकेडिंग

मेयर, पार्षदों और नेताओं को रोकने के लिए अयूब खां चौराहा के पास सीतापुर अस्पताल के सामने बैरीकेडिंग की गई थी. एलन क्लब के आगे भी बैरियर लगाकर पुलिस को तैनात किया गया था. नगर निगम का गेट भी बंद था.

सुबह से ही शुरू हुआ हंगामा

सुबह करीब सवा नौ बजे बजे मेयर डॉ. उमेश गौतम और उनके समर्थक कई पार्षद अयूब खां चौराहा पहुंचे तो बैरीकेडिंग देख भड़क उठे. समर्थकों के बैरीकेडिंग हटाने की कोशिश करने पर पुलिस ने रोक दिया. इस पर उन्होंने पुलिसकर्मियों को झिड़क दिया. यहां से वे नगर निगम गेट पर पहुंचे तो वहां फोर्स देखकर मेयर और भड़क गए. मौके पर खड़े कोतवाली इंस्पेक्टर पंकज वर्मा से गेट खोलने को कहा. कोतवाल ने धारा 144 होने की बात कही तो मेयर का पारा और चढ़ गया. कुछ देर तक चली तनातनी के बाद पुलिस वाले वहां से चले गए. इसके बाद मेयर और पार्षद नगर निगम परिसर में धरने पर बैठ गए. नगर आयुक्त पॉल एन सैम्युल को पद से हटाने के लिए नारेबाजी की. दोपहर को एसीएम मौके पर पहुंचे और ज्ञापन लिया.

खाली पड़ रहे दफ्तर

नगर निगम में धरना-प्रदर्शन के चलते एक भी अधिकारी अपने कार्यालय में मौजूद नहीं था. कमरों में कर्मचारी खाली बैठे दिखे.

धारा 144 शांति व्यवस्था सुचारू रूप से चलाने के लिए लागू की गई थी. यदि इसका उल्लंघन किया गया है तो यह दुर्भाग्यपूर्ण है. हम सभी कानूनी पहलुओं पर विचार कर रहे हैं.

संजय कुमार, सिटी मजिस्ट्रेट

विकास के कोई भी काम नही रुके हैं. आज भी मैंने ओपेन जिम और स्मार्ट क्लासेज को लेकर मीटिंग की है. कैंप कार्यालय में बैठकर सभी कार्यो को निपटाया जा रहा है. उम्मीद करता हूं कि पहले से भी ज्यादा सहयोग मिलेगा.

सैमुअल पॉल एन, नगर आयुक्त

डीएम से मिलकर ज्ञापन दिया है. इसमें कहा गया है कि पार्षद पर लगा झूठा मुकदमा वापस लिया जाए. धारा 144 कब लगी कब हटी कुछ पता नहीं चला.

डॉ. उमेश गौतम, मेयर

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नगर आयुक्त खराब कर रहे छवि

मेयर डॉ.उमेश गौतम ने नगर विकास मंत्री सुरेश खन्ना को ज्ञापन भेजकर पार्षद विनोद सैनी पर दर्ज केस खत्म कराने की मांग की है. नगर आयुक्त को वहां भेजा जाए, जहां जनता से सीधा संवाद न हो. उन्होंने नगर आयुक्त पर भाजपा की छवि धूमिल करने का आरोप लगाया है.