- केंद्र की योजना में विधायकों को आवंटित की गई थीं सोलर लाइट्स

- गैर जरूरी जगहों पर लगाया, कई बैटरियां भी हो गईं चोरी

मेरठ : उजाले के लिए लगी सोलर लाइट्स से बड़े घोटाले का अंधेरा छनकर सामने आ रहा है। कंपनी का दावा है कि विधायकों की संस्तुति पर 150 लाइट्स लगी हैं, जिनकी लागत लगभग डेढ़ करोड़ रुपए है, जबकि विधायकों के मुताबिक शहर 91 सोलर लाइट्स ही लगी हैं। यानी 60 लाइट्स फाइलों में गुम हो गईं। अब तो लगी हुई लाइट्स की बैटरियां भी चोरी हो गई हैं और किसी के पास पब्लिक मनी के नुकसान का कोई जवाब नहीं है।

देखभाल के लिए कोई नहीं

केंद्र सरकार की विशेष योजना के तहत शहर के विभिन्न मोहल्लों में सोलर लाइट्स लगाई गई हैं, लेकिन इनकी सुरक्षा और रख-रखाव का कोई इंतजाम नहीं किया गया है। जानकारी के मुताबिक शहरों में सोलर लाइट्स लगाने की जिम्मेदारी नेशनल थर्मल पॉवर कारपोरेशन (एनटीपीसी) की थी, जिसने दिल्ली की कंपनी गौतम सोलर प्राइवेट लिमिटेड से कार्य करवाया। इसमें स्थानीय स्तर पर किसी विभाग को लिंक नहीं किया गया, जो कंपनी के कार्य का फिजिकल वेरीफिकेशन कर लाइट्स की सुरक्षा और रखरखाव की जिम्मेदारी संभाल सके।

अभी बाकी हैं लाइट्स

मेरठ को चमकाने के लिए प्रत्येक विधानसभा में सोलर लाइट्स लगाने के लिए दी गई थी। कैंट विधायक सत्यप्रकाश अग्रवाल का कहना है कि वह विधान सभा क्षेत्र में 50 सोलर लाइटें लगवा चुके है। 16 सोलर लाइटें अभी भी लगवानी है। पूर्व विधायक डॉ। लक्ष्मीकांत वाजपेई के मुताबिक उनके कार्यकाल में 106 सोलर लाइटें लगनी थी, लेकिन घटिया क्वालिटी होने के कारण उन्होंने सिर्फ एक ही सोलर लाइट लगवाई है। पूर्व विधायक रविंद्र भड़ाना के मुताबिक उनके क्षेत्र में 80 लाइट्स लगाने की योजना थी, लेकिन उनके कार्यकाल में सिर्फ 40 लाइट्स ही लगी थीं।

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चोरी हो गई बैटरियां

कई चौराहों से सोलर लाइटें गायब हो गई है। पुलिस भी मामला दर्ज करने से आनाकानी कर रही है। अब दिल्ली चुंगी में लगी सोलर लाइटों की चोर बैटरी चोरी करके ले जा चुके है।

सामने आया सच

दैनिक जागरण आई नेक्स्ट टीम ने जब सोलर लाइट्स के सच को जानने का प्रयास किया तो कई खामियां नजर आई। संबंधित विधायकों ने सोलर कंपनी के ठेकेदारों को जमकर कोसा और घोटाला करने का आरोप लगाया।

उपयोगिता भी नहीं

सोलर लाइट्स लगाने के लिए चयनित स्थान भी उचित नहीं हैं। तमाम लाइट्स ऐसी जगहों पर लगी हैं, जहां पहले से ही मुकम्मल लाइट है। कहीं मंदिर परिसर में लाइट लगी है तो कहीं गोशाला में। यहां तक कि निजी कालोनियों में भी सोलर लाइट्स लगी हैं।

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केंद्र सरकार की योजना पर 51 सोलर लाइट्स लगी हैं, जबकि 16 लाइट्स लगना अभी बाकी हैं। दिक्कत ये है कि इनकी देखभाल का कोई इंतजाम नहीं है।

-सत्यप्रकाश अग्रवाल, विधायक मेरठ कैंट

सोलर लाइट्स के गायब या चोरी होने की शिकायत उनके पास आ रही है। वह इस मामले की शिकायत प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री से करेंगे।

-डॉ। लक्ष्मीकांत वाजपेई

पूर्व विधायक, मेरठ सिटी

बाकी सोलर लाइट्स लगवाने के लिए कंपनी के ठेकेदार से कई बार कहा गया है, लेकिन अभी तक लाइट्स नहीं लगी हैं।

-रविंद्र भड़ना

पूर्व विधायक, मेरठ दक्षिण

एनटीपीसी से कांट्रेक्ट के तहत मेरठ में 150 सोलर स्ट्रीट लाइट्स लगाई गई हैं, लेकिन ये बताना मुश्किल है कि लाइट्स कहां-कहां लगी हैं।

-अभिषेक

मैनेजर, गौतम सोलर प्राइवेट लिमिटेड