दुकानदार कर रहे खेसारी दाल की मिलावट

दालों की मिलावट पर विभाग की पैनी नजर

>Meerut। अगर आप दाल खाने के शौकीन हैं तो जरा सावधान हो जाएं। मिलावटी दाल खाने से लकवा भी हो सकता है। दरअसल, बाजार में मिलावटी दालों की कई शिकायत मिलने के बाद इनकी बिक्री पर शिकंजा कसने की तैयारी है। मिलावट करने वालों की धरपकड़ के लिए विभाग ने रणनीति तैयार की हैं, जिसके तहत शहर में जगह-जगह चेकिंग अभियान चलाए जाएंगे।

अरहर में खेसारी की मिलावट

फूड विभाग के मुताबिक बाजार में अरहर की दाल में खेसारी दाल की मिलावट करके बेचा जा रहा है। यह दाल हल्के पीले रंग की होती है और अरहर की दाल की तुलना में यह एक तरफ से चपटी व दूसरी तरफ से उठी हुई होती है। इस दाल का प्रयोग पशुओं के चारे में रूप में भी होता है। खेसारी दाल अरहर दाल की तरह दिखे, इसलिए मशीन से इसे तराशा जाता है। इसका रंग बिल्कुल अरहरकी दाल जैसा बनाने के लिए इसमें एक तरह का पाउडर मिलाया जाता है। जिसकी वजह से दोनों दालों में अंतर करना काफी मुश्किल हो जाता है। इसके अलावा काली मसूर की दाल में काले रंग के पत्थर और मूंग की दाल में कंकड़ पर हरा रंग करके मिलावट की जा रही है।

हो सकता है लैथरिज्म डिसॉर्डर

जिला अस्पताल के आर्थोपेडिक्स डॉ। वीरेंद्र कुमार चौहान के मुताबिक खेसारी दाल को खाने से लैथरिच्म डिसॉर्डर हो सकता है। इस दाल में बीटा आक्जैलिल अमीनो एलैनीन नामक केमिकल पाया जाता है, जो शरीर के नैरो सिस्टम पर प्रभाव डालता है। इसकी वजह से इंसान के शरीर का निचले हिस्से में अपंगता फेल जाती है। मुख्य रूप से खेसारी दाल का उत्पादन एमपी में हाेता है।

ऐसे करें बचाव

बाजार से दाल खरीदने से पहले हाथ में लेकर अच्छी तरह चेक कर लें। खेसारी दाल चपटी और चौकोर होती है। जबकि अरहर की दाल का दाना गोल होता है।

अगर दाल में पाउडर जैसा पदार्थ अधिक मात्रा में हैं तो इसे न खरीदें।

दालों को प्रयोग में लाने के पहले दाल को पानी में उबालें और पानी फेंक दें।

मिलावट को पूरी तरह से खत्म करने के लिए हम मिलावटी दाल की छापेमारी के लिए गोपनीय अभियान चला रहे हैं। अलग-अलग जगहों पर चेकिंग के लिए टीमें भी गठित की गई हैं।

अर्चना धीरान, अभिहीत अधिकारी, फूड विभाग

खाने में मिलावट का कारोबार तेजी से फैल रहा है। आम लोगों को इसके बारे में जानकारी नहीं होती है, जिसकी वजह से दुकानदार जमकर लूट मचाते हैं।

ीना सिंघल

मिलावट का कारोबार रोकने के लिए प्रशासन को लगातार अभियान चलाना चाहिए, आम लोगों की सेहत से खिलवाड़ करने वालों को सजा मिलनी चाहिए ।

रीना वर्मा