- आई एक्सक्लूसिव

- एमएनएनआईटी के छात्र ने अपने जुनून से सपनों को किया साकार

- बीटेक का छात्र खोलना चाहता है खुद की ड्रोन निर्माण कंपनी

vikash.gupta@inext.co.in

ALLAHABAD: खिलौने से खेलना बच्चों की आदत होती है। टूट जाने पर वे एक्सपेरिमेंट करने से भी नहीं चूकते। लेकिन, यह किसी के लिए जुनून बन जाएगा और वह इसे नए आइडिया के रूप में इस्तेमाल करे, इसका उदाहरण मुश्किल से मिलता है। एमएनएनआईटी का एक छात्र ऐसा ही एग्जाम्पल बन गया है।

खिलौनों से खेलते पैदा हुआ जज्बा

एमएनएनआईटी में बीटेक मैकेनिकल इंजीनियरिंग फाइनल के छात्र अश्वनी कुमार सिंह बचपन से ही कुछ नया करना चाहते थे। अश्वनी ने बताया कि बचपन में जब भी कोई खिलौना मिलता उसे तोड़कर कुछ नया बनाने के बारे में सोचते थे। यह शौक जुनून बनता गया और किशोरावस्था में ड्रोन से रिलेटेड एक खबर पढ़ी तो तय किया वे भी ड्रोन जैसा मॉडल बनाएंगे। आज अश्वनी यह सपना हकीकत में बदल चुके हैं।

मैकाट्रानिक्स लैब में रखा सुरक्षित

अश्वनी द्वारा बनाया गया ड्रोन 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ान भर सकता है। रिमोट से उड़ने वाले ड्रोन की खासियत है कि यह दुश्मन पर नजर रख सकता है। टेम्परेचर रिकार्ड कर सकता है। इसके लिए इसमें स्पीड कंट्रोलर, जीपीएस, टेम्परेचर सेंसर, मोटर, रेडियो ट्रांसमीटर, नाइट एंड डे कैमरा लगाया गया है। यह वजन में भी काफी हल्का है। करेंट में इसे एमएनएनआईटी के मैकाट्रानिक्स लैब में रखा गया है।

बाक्स

प्रतियोगिता में भाग लेंगे 75 देश

लैब इंचार्ज डॉ। राजीव श्रीवास्तव ने बताया कि लेटेस्ट टेक्नॉलाजी पर बेस्ड ड्रोन का प्रदर्शन अश्वनी अमेरिका के टेक्सास में आयोजित कॉम्पिटिशन में करेंगे। यह कॉम्ििपटिशन फाइटर प्लेन मैनुफैक्चरिंग कम्पनी लाखिड मार्टिन की ओर से मार्च में होगा। इसमें 75 देशों से आए प्रतिभागी भाग लेंगे। अश्वनी भारत के कुछ चुनिंदा प्रतिभागियों में एक हैं। अश्वनी की प्रतिभा देख रिनाउंड स्पेस साइंटिस्ट सौरभ कौशल ने उन्हें रिसर्च वर्क के लिए आमंत्रित किया है।

अपनी ड्रोन कंपनी का सपना

अश्वनी ने एक छोटा ड्रोन भी बनाया है, जिसे उन्होंने एमएनएनआईटी ग्राउंड पर उड़ाकर दिखाया। खासियत थी कि तेज रफ्तार में भी इसमें ज्यादा शोर नहीं था। अश्वनी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मिलने के साथ स्टार्टअप कैम्पेन के तहत खुद की ड्रोन निर्माण की कम्पनी खोलना चाहते हैं। अपनी रिसर्च को जारी रखना चाहते हैं ताकि इसका और बेहतर इस्तेमाल कर सकें।

बैकग्राउंड

- एमएनएनआई में मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे हैं अश्वनी

मूल रूप से पश्चिम बंगाल के हावड़ा के रहने वाले अश्वनी बेहद साधारण फैमिली से हैं

- पिता चन्द्रशेखर सिंह पेट्रोल पंप कर्मचारी हैं

अश्वनी के ड्रोन की खासियत

150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ान भर सकता है

रिमोट से उड़ने वाले ड्रोन से दुश्मन पर नजर रखना संभव

उड़ान भरने के दौरान टेम्परेचर रिकार्ड कर सकता है

इसमें स्पीड कंट्रोलर, जीपीएस, टेम्परेचर सेंसर, मोटर, रेडियो ट्रांसमीटर, नाइट एंड डे कैमरा लगा है