दीवानी में पांच केस की सुनवाई पर आए थे

भगवान टॉकीज पर शातिर ने सवारी आने का दिया झांसा

पीडि़त ने थाना हरीपर्वत में कराई शिकायत

आगरा। थाना हरीपर्वत में टप्पेबाजी के अलावा गुमराह करने वाला गैंग भी सक्रिय है। शुक्रवार की दोपहर गैंग के सदस्य ने गुमराह कर ड्रग इंस्पेक्टर को निशाना बना लिया। ऑटो में सवारी आने की बात बोल कर ध्यान बांट दिया और तेजी से ऊपर की जेब में रखा मोबाइल पार कर दिया। पीडि़त ने मामले में थाना हरीपर्वत में तहरीर दी है।

तारीख पर आए थे आगरा

मूल रूप से धनौली निवासी धर्मवीर सिंह वर्तमान में गाजियाबाद में रह रहे हैं। धर्मवीर सिंह सेंट्रल ड्रग इंस्पेक्टर हैं। यहां दीवानी में उनके कुछ मामलों की सुनवाई थी। इसके चलते वह शुक्रवार को यहां पर आए। भगवान टॉकीज तक उन्हें विभाग की कार छोड़ गई। यहां से उन्हें ऑटो से दीवानी जाना था। यहां से वह एक ऑटो में बैठे।

अचानक अधिकारी के पास आया युवक

ऑटो में दो महिलाएं पहले से बैठी थीं। ड्रग इंस्पेक्टर ऑटो में किनारे से बैठ गए। उसी दौरान एक युवक दौड़ कर ऑटो के पास आया और बोला कि अंकल जी, खिसको मेरी सवारी आ रही है। ड्रग इंस्पेक्टर उसके हाथ के इशारे की तरफ देखने लगे। इतने में शातिर ने शर्ट की जेब में रखा मोबाइल पार निकाल लिया।

शातिर ने लगा दी दौड़

मोबाइल निकलते ही ड्रग इंस्पेक्टर को आभास हो गया। वह कुछ कर पाते तब तक शातिर युवक ने मौके लेकर दौड़ लगा दी। युवक मौके से भाग निकला। इसी के बाद ड्रग इंस्पेक्टर शिकायत लेकर सीधे थाना हरीपर्वत पहुंचे। यहां पर उन्होंने मोबाइल लूट के मामले में तहरीर दी। पीडि़त ड्रग इंस्पेक्टर के मुताबिक मोबाइल 15 हजार रुपये का था।

टप्पेबाज के बाद गुमराह गैंग

हरीपर्वत सर्किल में अब तक टप्पेबाजी की घटनाएं हो रही थीं अब ये नया गैंग पुलिस के लिए चुनौती बनेगा। सर्किल में जेबकटी की वारदातों की संख्या भी अच्छीखासी है। लेकिन सभी मामलों में पुलिस शातिरों तक नहीं पहुंच सकी है। शातिर वारदात के कुछ घंटे बाद फिर से चौराहों पर नए शिकार की तलाश में खड़े हो जाते हैं।