हेडिंग- चांद दिखते ही शुरू होगा मजलिस का दौर शुरू
- कर्बला के शहीदों को पुरसा देने के लिए मोहर्रम की तैयारियां अंतिम दौर में
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रुष्टयहृह्रङ्ख : पैगंबर-ए-इस्लाम हजरत मुहम्मद साहब के नवासे हजरत इमाम हुसैन अलेहिस्सलाम की शहादत का गम मुहर्रम महीने के शुरू होते ही मनाया जाता है। इन दिनों पुराने लखनऊ में ताजिया व शाही जरी बनाने का काम जोरों पर चल रहा है। काजमैन, कश्मीरी मोहल्ले में जहां लोग ताजियां बनाने में लगे हैं, वही छोटे इमामबाड़े में शाही जरी का काम अंतिम दौर में चल रहा है। माह-ए-मुहर्रम का चांद नजर आते ही इमामबाड़ों, दरगाहों व कर्बलाओं में मजलिसों का दौर शुरू हो जायेगा।
हुसैनाबाद ट्रस्ट की ओर से मुहर्रम का तबरूक
मुहर्रम में शहीदों का गम मनाने के लिए हुसैनाबाद ट्रस्ट की तैयारियां अंतिम दौर में हैं। ट्रस्ट की ओर से मुहर्रम पर न केवल मजलिसों का आयोजन किया जाएगा, बल्कि लगातार नौ दिन तक अजादारों को मिट्टी की हांडी में मुहर्रम का तबर्रुक बांटा जाएगा। 29 जिलहिज्ज से ही शहर भर में मजलिस-मातम का सिलसिला शुरू हो जाएगा। हुसैनाबाद ट्रस्ट की ओर से बड़े इमामबाड़ा व शाहनजफ इमामबाड़ा सहित अन्य धार्मिक स्थलों पर फर्श-ए-अजा बिछा दी जाएगी। पहली मुहर्रम से नौ मुहर्रम तक ट्रस्ट की ओर से मजलिसों का आयोजन में विभिन्न मौलाना मजलिस को खिताब कर कर्बला के पैगाम को आम करेंगे। वहीं ट्रस्ट की ओर से पहली मुहर्रम को ऐतिहासिक शाही मोम की जरीह का जुलूस और सातवीं मुहर्रम को शाही मेंहदी का जुलूस निकलेगा। जो बड़े इमामबाड़े से रूमी दरवाजा होते हुए छोटे इमामबाड़े जाएंगे।
शुरू होगा मातम का सिलसिला
चांद रात से ही शिया समुदाय में महफिल-मातम का सिलसिला शुरू हो जाएगा। चौक व हुसैनाबाद स्थित अन्य इलाकों में अजाखाने में रखे जाने वाले तबरुकात जरीह, ताजिए, अलम के पंजे-पटके आदि की दुकानें सज गई हैं। वहीं कर्बला के शहीदों को पुरसा पेश करने के लिए सुन्नी समुदाय की ओर से कई जगह दस दिवसीय जलसा शौहदा-ए-कर्बला का आयोजन किया जाएगा। माल एवेंयू स्थित दरगाह दादा मियां, दरगाह शाहमीना शाह, एक मिनारा मस्जिद सहित अन्य जगह जलसों का आयोजन किया जाएगा।
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जुलूस व प्रमुख आयोजन
पहली मुहर्रम
शाही जरीह का जुलूस, बड़ा इमामबाड़ा, शाम पांच बजे
दूसरी मुहर्रम-
आमद-ए-काफिला-ए-हुसैनी, कर्बला दियानतुद्दौला बहादुर, शाम पांच बजे
पांचवी मुहर्रम-
जनाब-ए-औनो मुहम्मद का ताबूत, कर्बला मुंशी फज्ले हुसैन, शाम चार बजे
- आग पर मातम, इमामबाड़ा शाहनजफ, रात आठ बजे
आग पर मातम, कश्मीरी मुहल्ला, रात नौ बजे
छठी मुहर्रम-
जियारत गहवारा-ए-हजरत अली असगर (अ.स.) जुमा मस्जिद, शाम छह बजे
आग पर मातम, बड़ा इमामबाड़ा, रात नौ बजे
सातवीं मुहर्रम-
हजरत कासिम की मेंहदी, कश्मीरी मुहल्ला, दोपहर दो बजे
शाही मेहंदी का जुलूस, बड़ा इमामबाड़ा, रात नौ बजे
आठवीं मुहर्रम-
अलम फातेह फुरात का जुलूस, दरिया वाली मस्जिद, रात नौ बजे
नवीं मुहर्रम-
शब-ए-आशूर का जुलूस इमामबाड़ा नाजिम साहब, रात आठ बजे
आग पर मातम, दरगाह हजरत अब्बास रात 11 बजे
दसवीं मुहर्रम-
आशूर का जुलूस, इमामबाड़ा नाजिम साहब, सुबह नौ बजे
शाम-ए-गरीबा, इमामबाड़ा गुफरानमआब, रात आठ बजे
11वीं मुहर्रम-
कर्बला का मंजर, दरगाह हजरत अब्बास, सुबह 11 बजे
यौम-ए-जैनुल आब्दीन (अ.स.), इमामबाड़ा मीरन साहब, दोपहर दो बजे
यौम-ए-जैनब (अ.स.), इमामबाड़ा गुफरानमआब, रात आठ बजे
12वीं मुहर्रम-
यौम-ए-अब्बास (अ.स.), इमामबाड़ा गुफरानमआब, रात आठ बजे
शहर की प्रमुख मजलिसे
मौलाना का नाम - स्थान- समय
मौलाना मुमताज जाफर -कर्बला दियानद्दौला बहादुर - सुबह 4.45 बजे
मौलाना मुहम्मद अस्करी - इमामबाड़ा मेंहदी हुसैन - सुबह 7 बजे
मौलाना अबीदुल हसन - रौजा-ए-काजमैन - सुबह 7 बजे
मौलाना मुसय्यब रिजवी - इमामबाड़ा उम्मुल बनीन - सुबह 7.30 बजे
मौलाना मुहम्मद अली हैदर- बड़ा इमामबाड़ा - सुबह 8 बजे
मौलाना अलीउद्दीन हैदर - मकबरा सआदतअली खा- सुबह 8 बजे
मौलाना मुख्तार जैदी - इमामबाड़ा कादिमे आले अबा - सुबह 8 बजे
मौलाना मीसम जैदी - छोटा इमामबाड़ा - सुबह 9 बजे
मर्सिया वानी की मजलिस इमामबाड़ा जैनुल आब्दीन - सुबह 9 बजे
मौलाना सैफ अब्बास इमामबाड़ा जन्नतमआब तकी साहब - सुबह 9 बजे
मौलाना अली अब्बास - इमामबाड़ा नाजिम साहब - सुबह 9 बजे
मौलाना फरीदुल हसन- इमामबाड़ा शाहनजफ - सुबह 10 बजे
मौलाना कल्बे जव्वाद - इमामबाड़ा गुफरामआब - सुबह 10.30 बजे
मौलाना मीसम जैदी - इमामबाड़ा आगा बाकर - सुबह 11.45 बजे
मौलाना तकी रजा - इमामबाड़ा अली नकी - दोपहर 12 बजे
मर्सिया वानी की मजलिस- इमामबाड़ा नाजिम साहब - दोपहर 12.30 बजे
मौलाना हमीदुल हसन - मदरसा नाजमियां - दोपहर 2 बजे
मौलाना अख्तर अब्बास जौन इमामबाड़ा डा। सैयद आगा -दोपहर 3 बजे
मौलाना अली अब्बास - कर्बला मलका आफाक - दोपहर 3 बजे
मौलाना अब्बास नासिर अबाकाती - शिया कालेज - शाम 4 बजे
मौलाना सैयद इब्ने अब्बास - मदरसा हौजा-ए-अबुतालिब - शाम 5 बजे
मौलाना अली नासिर आगारूही - इमामबाड़ा अफजल महल - शाम 6 बजे
मर्सिया वानी की मजलिस - छोटा इमामबाड़ा - शाम 6.30 बजे
मौलाना अली अब्बास - दरगाह हजरत अब्बास - शाम 6.30 बजे
मौलाना तकी रजा - रौजा-ए-जैनबिया - शाम 7 बजे
मौलाना रजा अब्बास - इमामबाड़ा उम्मुल बनीन - शाम 7 बजे
मौलाना तफसीर हुसैन - इमामबाड़ा मलका अफाक - शाम 7. बजे
मौलाना सैफ अब्बास - दरिया वाली मस्जिद - शामं 7.30 बजे
मौलाना अकील अब्बास मारूफी - इमामबाड़ा सिब्तैनाबाद शाम 7.30 बजे
मौलाना आरिफ आगा - इमामबाड़ा आगा अब्बू साहब शाम 7.30 बजे
मौलाना अख्तर अब्बास - जामा मस्जिद - रात 8 बजे
मौलाना मोहम्मद अब्बास जैदी - इमामबाड़ा लाडो खानम -रात 8 बजे
मौलाना अतहर अब्बास - रौजा-ए-काजमैन - रात 8 बजे
मर्सिया वानी की मजलिस - कर्बला दयानुतदौला - रात 8.30 बजे
मौलाना अली अब्बास - इमामबाड़ा शाहनजफ - रात 8.30 बजे
मौलाना तकी रजा - इमामबाड़ा हजरत मुस्लिम - रात 9 बजे