- हरीभरी कंपनी के कर्मचारियों पर आरोप, डस्टबिन देने के एवज में मांगे रुपये

- शहीद नगर क्षेत्र के वाशिंदों ने निगम में की शिकायत, मामले की जांच के आदेश

आगरा। सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट के तहत साफ-सफाई के नाम पर पब्लिक को लूटा जा रहा है। घर-घर डस्टबिन देने के नाम पर 45-45 रुपये की वसूली की जा रही है। जबकि ये बिन्स निशुल्क देना है। इतना ही नहीं डस्टबिन लेने से मना करने पर पांच हजार रुपये की पेनल्टी की धमकी दी जा रही है। ऐसी ही एक शिकायत बुधवार को नगर निगम अधिकारी तक पहुंची। उन्होंने हरीभरी कंपनी के सीईओ को जानकारी देकर आगाह किया है।

हर घर में देने हैं दो डस्टबिन

सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट के तहत शहर की साफ-सफाई हरी-भरी कंपनी को सौंपी गई है। इस कंपनी को फ‌र्स्ट फेज में ताजगंज एरिया से डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन की शुरुआत करनी है। यहां घर-घर दो डस्टबिन (सूखा-गीला अलग-अलग कचरा डालने के लिए) निशुल्क देना है। लेकिन कंपनी के कर्मियों ने घरों में डस्टबिन देने के एवज में 45-45 रुपये की वसूली की। लोगों ने रुपये देकर डस्टबिन लेने से मना किया, तो उन्हें 5000 रुपये का जुर्माना देने को तैयार रहने के लिए धमकाया।

शिकायत पर जांच के आदेश

लोगों ने मजबूरन रुपया देकर डस्टबिन ली। इससे पीडि़त राजपुर चुंगी के शहीद नगर के निवासियों ने आवाज उठाई। बुधवार को नगर निगम के सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्रभारी संजीव प्रधान से मिले और अपनी शिकायत दर्ज कराई। प्रभारी अधिकारी प्रधान ने मामले को गंभीरता से लेते हुए हरीभरी कंपनी के सीईओ और अन्य अधिकारियों को जानकारी देकर रुपये वसूली पर नाराजगी जाहिर की। इसकी जांच का आदेश दिया।

35 हजार डस्टबिन हैं बांटने

फ‌र्स्ट फेज में 35 हजार डस्टबिन बांटने हैं। हर घर में दो-दो डस्टबिन देने हैं। इस लिहाज से लगभग 17 हजार घरों में डस्टबिन निशुल्क देने हैं। लेकिन हरीभरी कंपनी के कर्मी बिन्स बांटने के नाम पर 45-45 रुपये की वसूली कर रहे हैं।

डस्टबिन दे दिए, कचरा उठाया नहीं

शहीद नगर निवासी एनसी अग्रवाल ने बताया कि वे ड्यूटी पर थे। डस्टबिन देने के लिए कुछ लोग 24 अगस्त को घर पहुंचे। पत्नी से दो डस्टबिन देने के नाम पर 45 रुपये की मांग की। पत्नी ने मना किया, तो पांच हजार रुपये का नोटिस भेजने की धमकी दी। इसके बाद 45 रुपये दे दिए। क्षेत्र के ही बलवीर, अमित और सत्यवीर सिंह समेत कई लोगों से डस्टबिन देने के नाम पर 45 रुपये की वसूली की। डस्टबिन दे दिए, लेकिन कंपनी द्वारा कचरा उठाना अब तक शुरू नहीं किया गया है।