मौसम वैज्ञानिकों ने लगाया अक्टूबर लास्ट तक ठीकठाक ठंड शुरू जाने का अनुमान

आउटर एरियाज में शाम ढलने के बाद महसूस होने लगी है ठंडक, ओस गिरनी भी शुरू

ALLAHABAD: साउथ वेस्ट मानसून लौट रहा है और मौजूदा समय साउथ इंडिया में बरसात का है। ऐसे में उत्तर भारत के ज्यादातर इलाकों में ठंड ने बिल्कुल सही समय पर दस्तक दे दी है। आउटर एरियाज में जहां सूरज ढलते ही हल्की ठंडक महसूस हो रही है। वहीं अन्दरूनी इलाकों में भी देर रात तक ठंडक महसूस होना शुरू हो चुकी है। जानकारों का कहना है कि फिलहाल जो कंडीशन है, उससे दिवाली आते-आते जाड़ा शुरू हो जाने के पूरे आसार हैं। इस समय रात में ओस भी गिरने लगी है।

साइक्लोन बना तो बढ़ेगा इंतजार

हालांकि यह बहुत हद तक पहाड़ पर होने वाली बर्फबारी पर निर्भर करेगा कि ठंड के इस बार क्या हालात होंगे। इसी से तय होगा कि इस बार जाड़ा कैसा पड़ने वाला है और उसका टाईम ड्यूरेशन कितना होगा? अभी तक की जानकारी के मुताबिक पहाड़ों पर बर्फबारी शुरू नहीं हुई है। लेकिन भारत मौसम विज्ञान विभाग की गणना के अनुसार इसकी शुरूआत बहुत जल्द होने के आसार नजर आ रहे हैं। इस बीच एक और बात महत्वपूर्ण होगी कि दो तीन साल के अंतराल में अक्टूबर में बे ऑफ बंगाल और अरबियन सी में साइक्लोन बनता है।

हवा में घुली है नमी

मौसम विभाग की मानें तो अभी तक ऐसा कोई ताकतवर साइक्लोन नहीं बन पाया है, जिससे भावी वेदर कंडीशन पर कोई इफेक्ट पड़े। फिर भी यदि आने वाले कुछ दिनो में ऐसा कुछ हुआ तो हल्की फुल्की बरसात के साथ जाड़े का लेट होना स्वाभाविक होगा। इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के आटोमेटिक वेदर सेंटर के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ। सुनीत द्विवेदी का कहना है कि इस बार बरसात न केवल सही समय पर हुई, बल्कि सही समय पर मानसून लौट भी रहा है। इससे हवा में नमी बनी हुई है। इस बार का मानसून किसानो के लिए काफी बेहतर रहा और सरकारी आंकड़े के मुताबिक ज्यादातर एरियाज में एवरेज बरसात हुई है।

दो बार 15 डिग्री पहुंचा तापमान

डॉ। सुनीत द्विवेदी ने करेंट वेदर कंडीशन को किसानो के लिए मुफीद बताया। उन्होंने कहा कि गेहूं, धान जैसी फसलों और हरी सब्जियों के उत्पादन के लिहाज से मौसम काफी बेहतर है। अक्टूबर में पिछले दस साल के मौसमी रिकार्ड पर नजर दौड़ाएं तो साफ है कि इलाहाबाद में 20 अक्टूबर के बाद रात्रि के तापमान में तेजी से गिरावट दर्ज की जाती है। दस साल में 26 अक्टूबर 2009 एवं 31 अक्टूबर 2012 को न्यूनतम तापमान 15 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा था। वहीं 11 अक्टूबर 2015 को अधिकतम तापमान 39.1 डिग्री सेल्सियस रहा। खास बात यह रही है कि अक्टूबर में शायद ही कोई ऐसा साल रहा हो, जब फूहारें न पड़ी हों। सबसे अधिक बरसात पांच अक्टूबर 2013 को 200 मिलीमीटर तक हुई थी।

इलाहाबाद में पिछले दस साल में मौसमी समां (डिग्री सेल्सियस में)

अधिकतम तापमान

11 अक्टूबर 2015- 39.1

05 अक्टूबर 2014- 36.8

31 अक्टूबर 2013- 34.2

02 अक्टूबर 2012- 37.2

15 अक्टूबर 2011- 35.5

10 अक्टूबर 2010- 36.0

01 अक्टूबर 2009- 35.1

11 अक्टूबर 2008- 36.4

23 अक्टूबर 2007- 35.3

08 अक्टूबर 2006- 37.5

न्यूनतम तापमान

30 अक्टूबर 2015- 15.9

24 अक्टूबर 2014- 18.6

31 अक्टूबर 2013- 16.9

31 अक्टूबर 2012- 15.0

30 अक्टूबर 2011- 17.0

30 अक्टूबर 2010- 17.0

26 अक्टूबर 2009- 15.0

24 अक्टूबर 2008- 18.0

22 अक्टूबर 2007- 17.8

23 अक्टूबर 2006- 15.1

(नोट- सभी आंकड़े भारत मौसम विज्ञान विभाग से लिये गये हैं.)