230 स्टॉल्स पर खादी एवं कुटीर उत्पादों की बिक्री

30 हजार रुपए की हैं नागालैंड की डिजाइनर मूंगा सिल्क की साडि़यां

प्रयागराज कुंभ में शौकीनों के लिए एक से बढ़कर एक ब्रांड

akhil.kumar@inext.co.in
PRAYAGRAJ: विविधताओं और विभिन्नताओं से भरे प्रयागराज कुंभ के कई रंग नजर आ रहे हैं। धर्म और अध्यात्म में गोते लगाने के बाद लोग शॉपिंग भी खूब कर रहे हैं। शौकीनों के लिए कुंभ में एक से बढ़कर एक उत्पाद मौजूद हैं। खादी और ग्रामोद्योग बोर्ड की प्रदर्शनी में मॉडर्न खादी के कई रंग-रूप देखने को मिल रहे हैं। कानपुर की खादी की प्रदर्शनी में 3600 रुपए मीटर तक का मूंगा सिल्क कुर्ते का कपड़ा बिक रहा है तो वहीं नागालैंड की डिजाइनर मूंगा सिल्क की साड़ी की कीमत 30 हजार रुपए तक है। हस्तशिल्पियों ने आकर्षक डिस्काउंट ऑफर भी ग्राहकों के लिए खोल रखा है।

आकर्षित कर रही आधुनिक खादी
खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी में करीब 230 स्टॉल्स पर खादी एवं कुटीर उत्पादों की बिक्री हो रही है। कानपुर के क्षेत्रीय श्रीगांधी आश्रम से आए रामसत मौर्य ने बताया कि प्रचलित सिल्क की 4 वैरायटीज उनके पास हैं। इसमें मूंगा के अलावा कोषा, मटका और कटिया हैं। प्रसिद्ध मलेशिया खादी और उससे बने डिजाइनर उत्पाद भी स्टॉल्स पर मौजूद हैं। प्रयागराज के हस्तशिल्पी जनार्दन पाण्डेय ने बताया कि मटका सिल्क का कुर्ता डिमांड में है, जिसकी कीमत 2 से 3 हजार के बीच होती है। महंगे मूंगा सिल्क के खरीदार कम हैं।

महिलाओं के आकर्षक परिधान
प्रदर्शनी में कई खादी के स्टॉल्स पर महिलाओं के आकर्षक परिधान भी उपलब्ध हैं। कानपुर क्षेत्रीय गांधी आश्रम के स्टॉल पर महिलाओं के लिए जींस, प्लाजो, अनारकली कुर्ती, सरके, कैप्री आदि मौजूद है। पुरुषों के लिए खादी में जींस पैंट, डिजाइनर कुर्ता, कैप्री और लोवर स्टॉल्स पर मौजूद हैं।

इतनी जगहों के स्टॉल

-कानपुर

-प्रयागराज

-देवरिया

-रांची

-दिल्ली

-मुंबई

-पश्चिम बंगाल

-अरुणाचल प्रदेश

-कश्मीर

-बिहार

-मध्यप्रदेश

लुभा रही है मूंगा साड़ी
महिलाओं के लिए प्रदर्शनी में एक से बढ़कर एक डिजाइनर और खूबसूरत साडियां हैं। 30 हजार रुपए कीमत तक की नागालैंड की मशहूर मूंगा सिल्क साड़ी के अलावा रिचा सिल्क साड़ी, कत्था एस्ट्रीट, एंडी मूंगा साड़ी भी प्रदर्शनी में मौजूद है। हस्तशिल्पी दिनेश कुमार चौधरी ने बताया कि नागालैंड की मशहूर खादी के उत्पाद देश के कोने-कोने में पहने जा रहे हैं।

ग्राहकों की कमी
यहां प्रदर्शनी में आए हस्तशिल्पियों ने बिक्री कम होने की बात कही है। हस्तशिल्पियों का कहना है कि इस बार कुंभ में ग्रामोद्योग प्रदर्शनी को मुख्य मेले से काफी दूर कर दिया है जिससे कुंभ आने वाला श्रद्धालु यहां तक नहीं पहुंच पा रहा है।

कुंभ मेले के प्रचार-प्रसार को देखते हुए बड़ी संख्या में श्रद्धालु तो पहुंचे किंतु वे दूरी की वजह से खादी प्रदर्शनी तक नहीं पहुंच सके। इससे बिक्री प्रभावित हो रही है।
-जर्नादन पाण्डेय, प्रयागराज

उत्पादों की बड़ी वैराइटीज प्रदर्शनी में मौजूद है किंतु ग्राहक को जानकारी न होने के चलते वे प्रदर्शनी तक नहीं पहुंच पा रहे हैं।
-लक्ष्मीनारायण तिवारी, प्रयागराज

आमतौर पर सभी खादी के उत्पाद प्रदर्शनी में मौजूद हैं। अपेक्षाकृत इस वर्ष ग्राहकों की संख्या ठीकठाक है।
-आयत अली, रांची

पुरुषों और महिलाओं के लिए डिजाइनर परिधान बनने से अब खादी का कारोबार भी गति पकड़ रहा है। हालांकि प्रदर्शनी में ग्राहकों की संख्या अपेक्षाकृत कम है।
- रामसत मौर्या, कानपुर

नागालैंड स्पेशल खादी के उत्पाद की खासी बिक्री है। हालांकि प्रदर्शनी दूर होने से ग्राहकों की संख्या अपेक्षाकृत कम है।
-दिनेश कुमार चौधरी, नागालैंड