कृष्णानंद राय के हत्यारोपितों को फांसी हो
lucknow@inext.co.in
LUCKNOW : बागपत जेल में मुन्ना बजरंगी की हत्या की खबर सुनकर पूर्व विधायक कृष्णानंद राय की पत्नी व मुहम्मदाबाद विधायक अलका राय ने कहा कि ईश्वर के घर देर है लेकिन अंधेर नहीं। वह सोमवार को जागरण संवाददाता से बात कर रही थीं। अलका राय ने बागपत जेल में मुन्ना बजरंगी की हत्या की खबर सुबह टीवी पर देखी। अपने पति की वर्ष 2005 में हुई हत्या को याद कर रूंधे गले से उन्होंने कहा कि, 'असली खुशी तो तब मिलेगी जब उस कांड के सभी आरोपित फांसी पर चढ़ जाएंगे। वह बोलीं, ' पति की हत्या के बाद हम लोगों को काफी मुसीबत झेलनी पड़ी।

बच्चों को लेकर हमेशा डर बना रहता
एक तरफ हत्या के आरोपितों के खिलाफ मुकदमा लडऩा तो दूसरी तरफ अपनी सुरक्षा की चिंता। खुद के लिए तो नहीं लेकिन बच्चों को लेकर हमेशा डर बना रहता था। मुन्ना बजरंगी के शूटर हमेशा क्षेत्र में घूमते रहते हैं। अलका राय के अनुसार, 'अभी कुछ दिन पहले मुन्ना बजरंगी के साले की हत्या हुई थी तो उन लोगों ने हमारे बच्चों को फंसाना चाहा लेकिन वे सफल नहीं हुए। विधायक ने कहा कि 'जिस मानसिक वेदना के साथ पिछला वक्त गुजरा है उसे बयान नहीं किया जा सकता। आज निश्चित ही हम सब खुश हैं, कृष्णानंदजी की आत्मा को भी शांति मिली होगी।

पांचवी पास मुन्ना बजरंगी ने 17 की उम्र में रखा था जरायम की दुनिया में कदम, 40 हत्याओं को दिया अंजाम

मुन्ना बजरंगी हत्यााकांड: सुरक्षा को लेकर रहे हैं बड़े सवाल 47 जेलों के पास नहीं 'तीसरी आंख'

 

 

Crime News inextlive from Crime News Desk