JAMSHEDPUR: कदमा निवासी जुगल किशोर पांडेय की हत्या मामले में फरार चल रहे आरोपी रतन पाइक और हत्या में प्रयुक्त आला कत्ल पुलिस ने बुधवार को बरामद कर लिया। हत्या में प्रयुक्त हथियारों को आरोपी ने हत्या के बाद साकची स्वर्णरेखा फ्लैट पार्क के पेड़ की खोडर में छुपा रख दिया था। आरोपी ने खून लगा एक चादर को भी बालू के नीचे रख दिया था। सिटी एसपी प्रभात कुमार ने प्रेस कांफ्रेस कर जानकारी दी। उन्होंने बताया कि गिरफ्तारी के लिए डीएसपी अरविंद कुमार के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया था। टीम में शामिल कदमा इंस्पेक्टर जितेंद्र ठाकुर समेत अन्य अधिकारियों ने कदमा सोनारी लिंक रोड से आरोपित को गिरफ्तार कर लिया।

राउरकेला से लौटा

हत्या के बाद आरोपित साकची स्वर्णरेखा फ्लैट की ओर आ गया। कारण वह पूर्व में यहां केबुल कनेक्शन करने का काम करता था। उसे लोग पहचानते भी थे। दो-तीन घंटे पार्क में आराम किए जाने के बाद वह राउरकेला चला गया उसे जानकारी मिली कि उसकी पत्‍‌नी नंदिनी और मां को पुलिस ने हिरासत में लिया है, तो वह वापस बुधवार को शहर लौट आया। कदमा थाना में आत्मसमर्पण कर दिया।

विवाह से पहले से था प्रेम संबंध

कदमा थाना की पुलिस को रतन पाइक ने पूछताछ में हत्या की पूरी कहानी बयां की है। उसने बताया कि उसका शादी से पहले ही प्रेम संबंध था। वह केबुल कनेक्शन का काम करत था घर आने-जाने के दौरान ही प्रेम हो गया था। प्रेमिका की शादी 2009 में हो गई। दो वर्ष पहले प्रेमिका के भाई की शादी में दुबारा मुलाकात हुई थी। प्रेमिका ने अपने पति जुगल किशोर पांडेय से परिचय कराया था। इसके बाद मैं उसके घर आने-जाने लगा।

फोन पर करता था बातचीत

रतन पाइक ने बताया कि प्रेमिका से वह हमेशा फोन पर बातचीत करता था। उसके कहने पर जुगल किशोर को वह रात में नींद की गोलियां देकर सुला देती थी। इसके बाद वह प्रेमिका से मिलने उसके घर जाता था। भोर होने से पहले निकल जाता था। दो वर्ष से यह सिलसिला चल रहा था। डेढ़ माह पहले प्रेमिका को बच्चा हुआ।

बच्चे पर कर रहा था दावेदारी

रतन ने बताया कि बच्चे को वह पाना चाहता था, लेकिन प्रेमिका यह कहती थी जो उसे पाल रहा है, बच्चा उसी का होगा इसको लेकर प्रेमिका से उसका विवाद होने लगा। जुगल किशोर को उसने सबकुछ बता दिया। लोक-लाज का भी वास्ता उसने उसे दिया इस कारण जुगल किशोर चुप्पी साध गया। रतन ने पुलिस को बताया मैंने शर्त रखा कि बच्चे को देखने वह हमेशा आते-जाते रहेगा।

15 सितंबर को गया था जुगल के घर

रतन पाइक ने बताया कि 15 सितंबर को वह जुगल किशोर के घर गया था। वहां नवजात को लेकर ही विवाद हुआ था उसकी काफी बेइज्जती जुगल ने की थी उसी दिन उसने जुगल किशोर को मार डालने का निश्चय कर लिया। 16 सितंबर को भी वह अपनी पत्‍‌नी नंदिनी के साथ जुगल के घर गया था।

कदमा से भुजाली खरीदा

रतन पाइक ने बताया कि छुरा की तरह दिखने वाली भुजाली (खंजर) की खरीद कदमा बाजार से 100 रुपये में की। हालांकि पुलिस यह बता रही कि भुजाली 40 रुपये में खरीदी गई। 17 सितंबर की सुबह वह सोनारी से बाइक लेकर कदमा रामनगर काली मंदिर के पास पहुंचा। बाइक वहीं खड़ी कर दी। जुगल किशोर की घर में पीछे से चाहरदीवारी फांदकर घुस गया। जुगल अपनी पत्‍‌नी के साथ कमरे में था। जुगल को छुरा घोंप दिया। पति को बचाने आई प्रेमिका पर भी उसने कई प्रहार किए।