-अधूरी टाइल्स लगाने के बाद बाकी बचे रुपये को लेकर हुआ था विवाद

-बारादरी के तुलसीनगर में देर शाम हुई घटना के बाद मचा हड़कंप

-गोली मारने के बाद फौजी ने खुद को किया बंद, पुलिस पहुंचने पर किया सरेंडर

BAREILLY : अधूरी टाइल्स लगाने के बाद बाकी बचे रुपए को लेकर मिस्त्री का रिटायर फौजी से विवाद हो गया। इस दौरान मिस्त्री के पक्ष के लोग पहुंचे तो विवाद बढ़ गया। गाली गलौज के बाद मामला हाथापाई तक पहुंचा तो घर में अकेले मौजूद रिटायर फौजी ने लाइसेंसी पिस्टल से गोली दाग दी। गोली मिस्त्री के साथ मौजूद उसके भाई के दिल के पास लगी, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। घटना के बाद फौजी ने खुद को घर के अंदर कैद कर लिया। सूचना पर पुलिस पहुंची तो आरोपी ने सरेंडर कर दिया, जिसके बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा और पिस्टल को कब्जे में ले लिया।

बारादरी के पशुपति विहार कॉलोनी निवासी सुजात हुसैन के आठ बेटे हैं। दूसरे नंबर का बेटा आरिफ टाइल्स मिस्त्री है। सात दिन पहले उसने तुलसी नगर निवासी रिटायर फौजी रफीक अहमद के घर टाइल्स लगाने का काम शुरू किया था। ट्यूजडे को आरिफ ने दूसरी जगह काम मिलने की बात कहकर आगे काम करने से मना कर दिया। करीब 14 हजार के काम के बदले रिटायर फौजी सात हजार रुपए दे चुके थे और आधी रकम का बाद में हिसाब करने को कहा। करीब सवा पांच बजे आरिफ फौजी के यहां रुपए लेने पहुंचा तो रिटायर फौजी बाद में हिसाब की बात कहकर नमाज पढ़ने चला गया। कुछ देर बाद रिटायर फौजी घर पहुंचे तो उनके तीन बच्चे कोचिंग पढ़ने चले गए। करीब 6:45 पर आरिफ अपने छोटे भाई नूर मुहम्मद 28, भाई शादाब, पिता सुजात व जैनब समेत करीब आधा दर्जन से अधिक लोगों के साथ रिटायर फौजी के घर पहुंचा। फोन करने पर फौजी ने कॉल रिसीव नहीं की तो गेट पर घंटी बजाई, जिसके बाद फौजी बाहर निकला तो दोनों पक्षों में रुपए देने को लेकर विवाद हो गया और मामला हाथापाई तक पहुंचा तो लाठी डंडे चलने लगे। आरोप है कि इसी दौरान रिटायर फौजी ने लाइसेंसी पिस्टल से गोली दाग दी।

पेट में फंसी गोली

पिस्टल से चली गोली इंटीरियर का काम करने वाले टाइल्स मिस्त्री के छोटे भाई नूर मुहम्मद के बाएं कंधे से घुसी और दिल को चीरते हुए पेट में फंस गई। जिससे वह वहीं लहूलुहान होकर गिर पड़ा और उसकी मौके पर मौत हो गई। अचानक गोली चलने से भगदड़ मच गई।

घर में कैद हुआ फौजी

घटना के बाद फौजी ने खुद को पत्नी समेत घर में कैद कर लिया। नूर के परिजन हंगामा करने लगे। कुछ देर बाद ही पुलिस पहुंच गई। आक्रोशित परिजनों को शांत कराया फिर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। इसी दौरान रिटायर फौजी ने खुद को पिस्टल समेत पुलिस के हवाले कर दिया।

पिस्टल नहीं चलाता तो तमंचे से मार देते गोली

पुलिस की गिरफ्त में आए रिटायर फौजी ने बताया कि वह घर में पत्नी के साथ अकेला था। मिस्त्री आधा दर्जन से अधिक लोगों के साथ घर पहुंचा और दरवाजा खोलते ही घर के अंदर घुसकर गाली गलौज कर हाथापाई करने लगे। इसी दौरान एक ने तमंचा निकाला तो उसने डर के कारण पिस्टल निकालते हुए फायर झोंक दिया था। उसके बाद खुद को घर के अंदर कैद कर लिया था। उसने सिर्फ बचाव में गोली चलाई।