-कैंट पुलिस कालोनी का मामला, साली से प्रेम प्रसंग के बाद दूसरी शादी की

-पोस्टमार्टम रिपोर्ट से हत्या का खुलासा हुआ, ससुर ने सिपाही पर आरोप लगाया

KANPUR : कैंट में सोमवार को पुलिस कॉलोनी में सिपाही की पत्नी की हत्या कर दी गई। मृतका उसकी दूसरी पत्नी थी। ससुर ने सिपाही पर हत्या का आरोप लगाते हुए कहा कि बचने के लिए आत्महत्या की कहानी गढ़ दी। पोस्टमार्टम में हत्या का खुलासा होने से सिपाही और पहली पत्नी शक के घेरे में आ गई। इंस्पेक्टर का कहना है कि जांच चल रही है।

साली से प्रेम संबंध हो गए

कैंट स्थित पुलिस कॉलोनी में रहने वाला दिलीप कुमार सिपाही है। उसकी इस समय पुलिस लाइन में तैनाती है। उसकी 11 दिसंबर 2012 को हरदोई रूपापुर गांव निवासी बृजपाल की बेटी बबली से शादी हुई थी। उससे सिपाही का एक बेटा है। जब बबली गर्भवती थी। तब उसकी देखरेख के लिए छोटी बहन बबीता आ गई थी। इस दौरान सिपाही के साली बबीता से प्रेम संबंध हो गए.इसके बाद उसने आर्य समाज मंदिर में बबीता से शादी कर ली।

दोनों पत्नियां सिपाही के साथ रह रही थी

घरवालों को इसका पता चला तो उन्होंने थाने में तहरीर दी थी, लेकिन बबीता ने दिलीप के पक्ष में बयान दिया था। दिलीप दोबारा 17 अक्टूबर को बबीता को भगाकर ले आया था। इसके बाद से दोनों पत्नियां साथ रह रही थीं। आरोप है कि बबीता छोटी छोटी बात पर दिलीप से झगड़ा करती थी। मंगलवार सुबह भी बबीता का दिलीप से झगड़ा हो गया था। गुस्से में दिलीप ने बबीता का गला दबा दिया।

बचने के लिए खुदकुशी की कहानी गढ़ी

सिपाही को जब बबीता की मौत का पता चला तो उसने बबिता के खुदकुशी करने की थाने में जानकारी दी। इंस्पेक्टर जांच करने पहुंचे तो शव फर्श पर रखा था। सिपाही ने बताया कि वह पहली पत्नी के साथ दूसरे कमरे में था। जब वह बबिता के कमरे में गया तो वहां उसका शव फंदे पर लटका था। इंस्पेक्टर ने जब उससे पूछा कि बबिता ने रस्सी, दुपट्टे या किससे फांसी लगाई तो सिपाही गोल मोल जवाब देने लगा। बबली ने भी बबिता के खुदकुशी करने का बयान दिया। इससे वह भी शक के घेरे में है।

पोस्टमार्टम भी नहीं पहुंचा सिपाही

पुलिस ने जांच कर शव को पोस्टमार्टम भेज दिया था, लेकिन सिपाही वहां नहीं पहुंचा। वहां पर बबिता के पिता और मायके पक्ष के रिश्तेदार थे। ससुर बृजलाल ने दिलीप पर बबिता की हत्या करने का आरोप लगाया, लेकिन उन्होंने अपनी बड़ी बेटी बबली (सिपाही की पहली पत्नी) पर कोई आरोप नहीं लगाया।

दरोगा का बेटा है सिपाही

सिपाही दिलीप के पिता सोबरन सिंह दरोगा है। सोबरन भी शहर में तैनात है, लेकिन वह भी बहू की मौत का पता चलने पर न तो कॉलोनी पहुंचे और न ही पोस्टमार्टम हाउस।