- चेन्नई की एमएसडब्ल्यू प्रालि, कंपनी के जिम्मे है डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन

- नगर निगम को मिली मनमाना चार्ज वसूलने और कूड़ा न उठाने की शिकायत

- मेयर ने दिये मंथली भुगतान में 30 परसेंट कटौती के आदेश

देहरादून, नगर निगम क्षेत्र में डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन कर रही चेन्नई की एमएसडब्ल्यू प्रालि कंपनी को दिए जाने वाले बजट में 30 परसेंट की कटौती के आदेश मेयर ने दिये हैं. बताया जा रहा है कि कंपनी द्वारा कई इलाकों में कूड़ा कलेक्शन का ज्यादा चार्ज वसूला जा रहा है और कई इलाकों में कूड़ा कलेक्शन भी नहीं किया जा रहा. मेयर को इस संबंध में कई शिकायतें मिलीं तो उन्होंने स्वास्थ्य अधिकारी को कंपनी के मासिक बजट में कटौती के आदेश दिए हैं.

50 रुपए चार्ज, दोगुनी वसूली

सिटी में डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन का काम चेन्नई की एमएसडब्ल्यू प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को दिया गया है. निगम का कंपनी से करार है, लेकिन कंपनी पर आरोप लगे हैं कि कूड़ा कलेक्शन का तय दरों से ज्यादा चार्ज वसूला जा रहा है. नगर निगम को लगातार शिकायतें मिल रही हैं. कूड़ा कलेक्शन के लिए 50 रुपए मंथली चार्ज प्रति परिवार फिक्स है, लेकिन कंपनी द्वारा 100 से 150 रुपए तक वसूल किए जा रहे हैं. वहीं, कई इलाकों में कंपनी कूड़ा कलेक्शन ही नहीं कर रही.

कूड़ा चोरी से निगम को घाटा

एमएसडब्ल्यू कंपनी कई वार्डो से कूड़ा नहीं उठा रही, ऐसे में दूसरे प्राइवेट गार्बेज पिकर कूड़ा ले जा रहे हैं और खाद बनाने के लिए इसे बेच रहे हैं. इससे नगर निगम को ही नुकसान हो रहा है. निगम द्वारा शीशमबाड़ा सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट में गीले कूड़े से खाद बनाई जाती है, ऐसे में कूड़ा कम पहुंचता है तो नुकसान होता है और इस नुकसान की वजह एमएसडब्ल्यू कंपनी की लापरवाही को माना जा रहा है.

मेयर खुद करेंगे इंस्पेक्शन

कंपनी के काम की पड़ताल के लिए खुद मेयर सुनील उनियाल गामा ने वार्डो में जाकर इंस्पेक्शन करने की बात कही है. इस दौरान नगर निगम की टीम भी मौजूद रहेगी. पब्लिक से भी इस संबंध में पूछताछ की जाएगी. कंपनी की लापरवाही या मनमानी सामने आई तो कार्रवाई की जाएगी.

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डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन कर रही कंपनी एमएसडब्ल्यू प्रालि के खिलाफ कूड़ा कलेक्शन के बदले मनमाना चार्ज वसूलने और कई वार्डो में कूड़ा न उठाने की शिकायतें मिली हैं. कंपनी के मंथली भुगतान में 30 परसेंट की कटौती की जाएगी.

कैलाश जोशी, मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी