GORAKHPUR:

यूपी बोर्ड में एनसीईआरटी पाठ्यक्रम लागू होने के बाद पुस्तकों की समस्या से जूझ रहे स्टूडेंट्स को कुछ राहत मिली है। संयुक्त शिक्षा निदेशक के प्रयास से राजकीय जुबिली इंटर कालेज में स्टाल लगाकर किताबें प्रिंट रेट पर बेची जा रही हैं। स्टाल के सामने लगी भीड़ बाजार में किताबों की अनुपलब्धता दर्शा रही है।

सुबह से ही लगी रही स्टूडेंट्स की भीड़

व्यापारियों की अरुचि के बाद संयुक्त शिक्षा निदेशक ने प्रकाशकों से बात कर शुक्रवार को दो ट्रक किताबें मंगाई। शनिवार सुबह से किताबों की बिक्री राजकीय जुबिली इंटर कॉलेज में शुरू हुई। सुबह से ही बड़ी संख्या में छात्र- छात्रा वहां पहुंच गए। भीड़ को देखते हुए कक्षा 9 व 10 लड़कों के लिए अलग, इंटरमीडिएट गणित व जीव विज्ञान वर्ग के लिए अलग व लड़कियों के लिए अलग काउंटर की व्यवस्था की गई। कक्षा 9 में विज्ञान, गणित व सोशल साइंस, कक्षा 10 में विज्ञान व गणित, इंटरमीडिएट में विज्ञान गणित वर्ग व जीव विज्ञान वर्ग की किताबें उपलब्ध हैं। संयुक्त शिक्षा निदेशक योगेंद्र नाथ सिंह ने बताया कि सुबह से ही स्टाल लगाया गया है। पहला दिन होने के कारण भीड़ ज्यादा है, बच्चों को किताबें मिलने तक स्टाल लगा रहेगा।

रविवार से सभी किताबें छपी दरों पर

राजकीय जुबिली इंटर कालेज में किताबों का स्टॉल लगने का असर व्यापारियों पर भी पड़ा है। संयुक्त शिक्षा निदेशक के निर्देश पर जिला विद्यालय निरीक्षक डीआइओएस' ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह भदौरिया ने जुबिली इंटर कालेज में लगे स्टाल के साथ बक्शीपुर की दुकानों का भी दौरा किया। डीआइओएस के अनुसार थोक प्रतिष्ठान साहित्य बुक निकेतन, पवन बुक सीरिज, सेंट्रल बुक हाउस व पुस्तक महल पर रविवार से सभी विषयों की किताबें छपी दर पर विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध रहेंगी। डीआइओएस ने उन्हें खुदरा मूल्य पर बेचने की अनुमति दी है।