RANCHI : मिशनरीज ऑफ चैरिटी के निर्मल ह्दय संस्था से बच्चे-बच्चियों के सौदा किए जाने का मामला उजागर होने के बाद राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) की टीम मंगलवार को जांच के सिलसिले में रांची पहुंची। टीम में झारखंड प्रभारी प्रियांशु व मेंबर तकनीकी दुष्यंत मेहर शामिल हैं। इन्होंने झारखंड बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष आरती कुजूर और एटसेक के संजय मिश्रा के साथ मिलकर मामले की छानबीन की। टीम ने हिनू स्थित शिशु सदन में जाकर वस्तुस्थिति का जायजा भी लिया।

मांगी है रिपोर्ट

एनसीपीसीआर के झारखंड प्रभारी प्रियांशु कनूगो ने कहा कि किसी संस्था से बच्चों का सौदा किए जाने का मामला बहुत ही गंभीर है। हमने मिशनरीज ऑफ चैरिटी के मामले में राज्य प्रशासन से कार्रवाई रिपोर्ट मांगी है। इस बाबत मुख्य सचिव को पत्र लिखा गया है। उन्होंने कहा कि राज्य के सभी बाल गृहों की जांच कराई जाए ताकि यह पता किया जा सके।

मेंबर्स नियुक्ति में नियम-कायदे की जमकर उड़ाई गई धज्जियां

सीडब्ल्यूसी में बरती गई लापरवाही और गड़बडि़यों की अब परत-दर-परत खुलती जा रही है। खासकर, मेंबर्स की नियुक्ति में नियम-कायदे व गाइडलाइन की जमकर धज्जियां उड़ाई गई। किसी जिले में लेक्चरर तो किसी में पॉलिटिशियन को सीडब्ल्यूसी का मेंबर बना दिया गया। इतना ही नहीं, सीडब्ल्यूसी के एक चेयरमैन ने तो अपने बेटे की महिला दोस्त को मेंबर बनाने के लिए दूसरे मेंबर को ही हटा दिया। मिशनरीज ऑफ चैरिटी के निर्मल ह्दय से बच्चों के सौदा किए जाने का मामला सामने आने के बाद सीडब्ल्यूसी के क्रियाकलापों पर भी सवाल उठ खड़े हुए हैं।

ं चला पैसों का खेल!

मेंबर बनाने में भी गुमला सीडब्ल्यूसी में पैसों का खेल चला। बताया जाता है कि मेंबर बनाने के लिए चेयरमैन के द्वारा मोटी रकम एक व्यक्ति से ली गई है। जबकि अन्य मामलों में भी पैसे का खेल चल रहा है।

आरटीआई से खुलेगा राज

इस बाबत एक आरटीआई एक्टिविस्ट ने आरटीआई की मांग की है। बताया जाता है कि एक लेक्चरर छह घंटे सीडब्ल्यूसी में कैसे समय दे सकता है, जबकि उसे कॉलेज में पढ़ाने के लिए जाना पड़ता है।

कहां किसे मिला तोहफा

गुमला :गुमला जिले के डुमरी कॉलेज के लेक्चरर डॉ अशोक मिश्रा को मेंबर बना दिया है।

देवघर : देवघर के विद्यापीठ से फर्जी प्रमाण पत्र देनेवाले को भी मेंबर बना दिया गया है। उसका नाम सुषमा देवी है। सुषमा देवी गुमला सीडब्ल्यूसी के चेयरमैन शंभू के बेटे का दोस्त है।

लोहरदगा : सीडब्ल्यूसी में पॉलिटिकिल बैकग्राउंड वाले एक शख्स को भी मेंबर बना दिया गया है। वह सीडब्ल्यूसी में पार्टी का झंडा लगाकर आता है।