संसद में कही बात
काठमांडू (पीटीआई)।
नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने मंगलवार को संसद में कहा कि नेपाल भारत और चीन के साथ गहरे संबंध चाहता है और छोटे राजनीतिक फायदे के लिए पड़ोसियों के साथ कोई खेल खेलने में विश्वास नहीं रखता। बता दें कि ओली रविवार को चीन की छह दिवसीय यात्रा से लौटे हैं, वे संसद में बीजिंग यात्रा के दौरान हुए समझौतों के बारे में ब्रीफ कर रहे थे। उन्होंने कहा, 'नेपाल और चीन के बीच हुए समझौते हमारे देश की विकास में काफी मददगार साबित होंगे।'

दोनों देशों के बीच हुए 22 समझौते
ओली ने कहा कि उनकी सरकार नेपाल के विकास के लिए उत्सुक है और इसके लिए उन्हें भारत और चीन के साथ गहरा संबंध बनाए रखना जरूरी है। उन्होंने कहा, 'हम छोटे राजनीतिक फायदे के लिए (चीन या भारत) के साथ कोई गेम नहीं खेलते हैं और हम अच्छे और बुरे दोनों ही समय में अपने पड़ोसियों के साथ खड़े होंगे।' बता दें कि केपी शर्मा ओली पिछले हफ्ते मंगलवार को चीन के दौरे पर निकले थे। यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच कुल 22 समझौते हुए, जिनमें नेपाल में रेलवे नेटवर्क तैयार करने का समझौता प्रमुख था।

समझौतों में बुनियादी विकास प्रमुख
दोनों देशों के बीच पहले बुधवार को 2.4 अरब डॉलर (16,276 करोड़ रुपये) के आठ समझौतों पर हस्ताक्षर हुए थे। इसके अगले दिन 14 और समझौतों पर हस्ताक्षर हुए। इनमें कई समझौते बुनियादी सुविधाओं के विकास से जुड़े थे। इन समझौतों में महत्वपूर्ण बात यह थी कि तिब्बत और नेपाल को अब रेलमार्ग से जोड़ा जाएगा। राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने प्रधानमंत्री ओली को बातचीत में तिब्बत को काठमांडू से जोड़ने का भरोसा दिलाया। इसके अलावा राष्ट्रपति ने नेपाल को वन बेल्ट-वन रोड परियोजना का हिस्सा बनाने का भी ऐलान किया।

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