- सितंबर महीने में 30 ट्रेंस इलेक्ट्रिक इंजन से चलाने की तैयारी में जुटा रेलवे

- वर्तमान में इलेक्ट्रिक इंजन से चल रही हैं सात ट्रेंस

- प्लेटफॉर्म नंबर छह को छोड़कर सभी हुए इलेक्ट्रिफाइड

GORAKHPUR: छपरा से बाराबंकी तक इलेक्ट्रिफिकेशन का काम पूरा होने के बाद यहां प्लेटफॉर्म नंबर छह को छोड़ सभी प्लेटफॉर्म इलेक्ट्रिफाइड हो गए हैं। इसके चलते अब एनई रेलवे, गोरखपुर से 30 ट्रेंस को इलेक्ट्रिक इंजन से चलाने की तैयारी में जुट गया है। वर्तमान में मौर्य ध्वज, वैशाली, संपर्क क्रांति, आम्रपाली, पूर्वाचल और बाघ एक्सप्रेस इलेक्ट्रिक इंजन से चल रही हैं। प्लेटफॉर्म नंबर चार, पांच, सात, आठ और नौ पर इलेक्ट्रिफिकेशन पूरा होने के बाद इन पर भी इलेक्ट्रिक ट्रेन दौड़ाने की मंजूरी मिल गई है।

अब बढें़गी इलेक्ट्रिक ट्रेन

मंजूरी मिल जाने से रेल प्रशासन लगभग सभी बाईपास ट्रेनों को इलेक्ट्रिक इंजन से चलाने की तैयारी में जुट गया है। डीआरएम लखनऊ मंडल आलोक सिंह ने बताया कि छह नंबर छोड़कर सभी प्लेटफॉर्म इलेक्ट्रिफाइड हो गए हैं। इससे अधिक ट्रेंस के चलने का रास्ता साफ हो गया है। जल्द ही और ट्रेंस को इलेक्ट्रिक इंजन से चलाया जाएगा।

30 सितंबर तक शुरुआत

वर्तमान में सात गाडि़यां चल रही हैं। 30 सितंबर तक करीब 30 ट्रेंस को इलेक्ट्रिक इंजन से चलाने की तैयारी में एनईआर जुट गया है। हालांकि अभी ओरिजिन और टर्मिनेटिंग में ही इलेक्ट्रिक इंजन लग सकेगा। ्धिकारियों ने बताया कि अभी यहां इलेक्ट्रिक लोको शेड ना होने से गोरखपुर से शुरू और खत्म होने वाली ट्रेंस में इलेक्ट्रिक इंजन नहीं लग सकेगा। अभी सिर्फ बाइपास ट्रेनें ही इलेक्ट्रिक इंजन से चलेंगी। वहीं, इलेक्ट्रिक ट्रेनों को चलाने के लिए दूसरे डिजीवन से इलेक्ट्रिक इंजन के लोको पायलट बुलाए गए हैं। शुक्रवार को 10 लोको पायलट गोरखपुर आ जाएंगे। इससे संचलन और आसान हो जाएगा।